World Elders Day 2021: दुनियाभर में आज वृद्धजनों के सम्मान और उनके देखभाल के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जा रहा है. भारत में बच्चों को घरों में ही यह शिक्षा दी जाती है कि किसी भी हाल में बड़ों का सम्मान किया जाना चाहिए. वहीं अंर्तराष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय दिवस के जरिए यह बताया जाता है कि हमें अपने आस पास रहने वाले सभी बड़े लोगों का सम्मान करना चाहिए.


हमारे देश में बड़े लोगों को घर की नींव समझा जाता है और उनके आशीर्वाद को किसी भी काम में सबसे बड़ा सहायक माना जाता है. इसलिए हमारे देश में सभी अपने से बड़ों का सम्मान और आदर करते हैं. फिलहाल अब हालात काफी बदल गए हैं. कई मामलों में वृद्धजनों को अपनी संतानों द्वारा मुश्किलें और दिक्कतें झेलते देखा गया है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के जरिए बुजुर्गों को सम्मान दिलाए जाने के लिए जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं.


अंर्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का इतिहास


अंर्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हर साल 1 अक्टूबर को मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 अक्टूबर 1990 में वृद्धजनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित किए जाने की बात रखी थी. जिसके बाद 1 अक्टूबर को अंर्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. 


अंर्तराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का महत्व


दुनियाभर में रह रहे वृद्धों और उम्रदराज लोगों के साथ होने वाले भेदभाव, अपमानजनक व्यवहार, उपेक्षा और अन्याय पर रोक लगाने के उद्देश्य से इस दिवस को मनाया जाता है. इस दिन खासतौर पर कई स्वयंसेवा संस्था विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए देशभर में वृद्धजनों के साथ हो रहे अन्याय को सबके सामने रखकर लोगों में उनके प्रति सम्मान को जगाने के जागरुकता अभियान भी चलाती हैं.


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