S. Jaishankar: भारत (India) के विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के बैठक में शामिल होने के लिए फिलहाल अमेरिका के New York गए हुए है. जहां उन्होंने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के अलावा तुर्की के विदेश मंत्री मेवलेट कावुसोग्लू से साइप्रस के मुद्दे पर चर्चा की.

यह मुलाकात इसलिए की गई क्योंकि तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाया था. जयशंकर ने मंगलवार को ट्वीट करके अपने और तुर्की के विदेश मंत्री के बीच चर्चा की जानकारी भी दी.

किन मुद्दों पर हुई चर्चा?

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और तुर्की के विदेश मंत्री मेवलेट कावुसोग्लू के बीच हुए चर्चे की सबसे खास बात यह भी रही की इस दौरान साइप्रस के मुद्दों के अलावा यूक्रेन युद्ध, खाद्य सुरक्षा, जी 20, वैश्विक व्यवस्था, एनएएम (NAM) जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी बात हुई.

साइप्रस समस्या क्या है? 

साइप्रस समस्या 1974 में शुरू हुई थी. जब तुर्की ने सैन्य तख्तापलट के जवाब में देश के उत्तरी हिस्से पर आक्रमण कर दिया था. तब यूनान की सरकार ने तख्तापलट को समर्थन दिया था. यह इलाका आज भी तुर्की के नियंत्रण में है और यहां कोई नहीं रहता. भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुरूप शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करता रहा है.

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान का बयान

संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान ने अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाया.पाकिस्तान के करीबी एर्दोआन ने महासभा परिचर्चा के दौरान कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान 75 साल पहले अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता स्थापित करने के बाद भी अब तक आपस में शांति और एकजुटता कायम नहीं कर पाए हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. हम कश्मीर में स्थायी शांति और समृद्धि की कामना करते हैं.’’

हाल ही के वर्षों में, एर्दोआन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अन्य उच्च स्तरीय सत्रों में संबोधन के दौरान भी कश्मीर मुद्दे का उल्लेख किया है, जिससे भारत और तुर्की के बीच संबंधों में तनाव पैदा हुआ हो चुका है.

भारत अतीत में उनकी टिप्पणी को “पूरी तरह से अस्वीकार्य” करार दे चुका है. भारत कहता रहा है कि तुर्की को अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान करना सीखना चाहिए और इसे अपनी नीतियों में अधिक गहराई से प्रतिबिंबित करना चाहिए.

जयशंकर ने इन देशों के मंत्रियों से भी की मुलाकात

जयशंकर ने लीबिया के विदेश मंत्री नजिला इलमैनगोउश से मुलाकात की. उन्होंने ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद ट्वीट भी किया, ‘‘ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री अलेक्जेंडर शालेनबर्ग से मुलाकात करके अच्छा लगा. शिक्षा तथा अन्य क्षेत्रों में हमारे सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया.’’ विदेश मंत्री ने घाना के राष्ट्रपति नाना अकुफो-अडो, कोमोरोस के राष्ट्रपति अजालि असोमनी से भी मुलाकात की.

ये भी पढ़ें:Raju Srivastava Death: नहीं रहे कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव, AIIMS में ली आखिरी सांस, कल दिल्ली में अंतिम संस्कारIND Vs AUS: मैथ्यू वेड ने यॉर्कर्स का सामना करने के लिए बनाया था खास प्लान, मैच के बाद किया खुलासा