India UNESCO News: भारत इस साल जुलाई में इतिहास में पहली बार यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति की अध्यक्षता और मेजबानी करेगा. यह जानकारी यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि विशाल वी शर्मा ने मंगलवार (9 जनवरी) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के माध्यम से दी. 


यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) संयुक्त राष्ट्र के भीतर एक विशेष एजेंसी है जो वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है.


यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने ये कहा


विशाल वी शर्मा ने पोस्ट में कहा, ''भारत सम्मेलनों के इतिहास में पहली बार यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति की अध्यक्षता और मेजबानी करेगा! 46वें सत्र की तारीखें और स्थान की घोषणा कर दी गई है.'' उन्होंने बताया कि यह सत्र 21 से 31 जुलाई, 2024 तक नई दिल्ली आयोजित किया जाएगा.






यह आयोजन नई दिल्ली को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण पर वैश्विक चर्चा के केंद्र बिंदु के रूप में रखता है, जो विश्व मंच पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने का एक अहम मौका पेश करता है. यूनेस्को के आधिकारिक बयान के मुताबिक, ''19वें असाधारण सत्र (यूनेस्को, 2023) में, विश्व धरोहर समिति ने निर्णय लिया कि उसका 46वां सत्र भारत में होगा.''


कब और क्यों होता है यह आयोजन?


यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति का महत्वपूर्ण सत्र हर साल आयोजित होता है, जिसमें 21 सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं. इसका प्राथमिक कार्य सांस्कृतिक और प्राकृतिक खजाने के संरक्षण में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की प्रतिष्ठित सूची के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान देना है.


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