‘ऑपरेशन गंगा’के तहत भारतीयों को रेस्क्यू करने के लिये गई दसवीं उड़ान यूक्रेन में फंसे 220 भारतीयों को इस्तांबुल से लेकर आज तड़के सुबह नई दिल्ली पहुंची है. यह उड़ान यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वापस लाने के भारत सरकार के अभियान का हिस्सा है.


रूस के साथ युद्ध के कारण यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. ऐसे में भारत अपने नागरिकों को सड़क मार्ग से यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया लाकर वहां से विमान के जरिए स्वदेश ला रहा है.


केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने हवाई अड्डे पर किया स्वागत


केंद्रीय संसदीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय नागरिकों का स्वागत किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि भारत सरकार यूक्रेन से हर भारतीय की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है.


उन्होंने कहा,‘‘भारत सरकार यूक्रेन से सभी छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के सभी प्रयास कर रही है. मैं उनसे यूक्रेन में अपने मित्रों से यह कहने की अपील करता हूं कि वे हिम्मत और संयम बनाए रखें.’’ इससे पहले, बुखारेस्ट से एक अन्य विमान 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंचा था.







पिछले 24 घंटों में रेस्क्यू किये गये एक हजार से भी अधिक भारतीय  


उन्होंने कहा, ‘‘विमान से उतरने के बाद आपकी घर वापसी के लिए रेलवे सुविधा काउंटर बनाए गए हैं.’’आधिकारिक अनुमान के अनुसार, यूक्रेन के विश्वविद्यालयों में करीब 18,000 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में यूक्रेन से 1377 और भारतीय नागरिकों की वापसी


ऑपरेशन गंगा के तहत पिछले 24 घंटे में हैं. यूक्रेन से 1377 और भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया. इन भारतीयों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया सहित 5 देशों के रास्ते से भारत सरकार अपने नागरिकों को स्वदेश लाने का काम कर रही है. भारत से अब तक 10 फ्लाइंटें वहां फंसे नागरिकों को लेकर स्वदेश वापसी कर चुकी हैं. 


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