India vs Bharat Renaming Row: जी-20 समिट के रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने को लेकर शुरू हुआ राजनीतिक घमासान बढ़ता जा रहा है. विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) का कहना है कि बीजेपी (BJP) उनसे डर गई है इसलिए देश का नाम बदलना चाहती है. इस मुद्दे पर बुधवार (6 सितंबर) को भी बयानबाजी का दौर जारी रहा. 


इंडिया या भारत के विवाद पर पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को कुछ न बोलने की हिदायत दी है. सूत्रों के अनुसार, पीएम ने मंत्री परिषद की बैठक में मंत्रियों को इस मसले पर कुछ न बोलने को कहा है. दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से भेजे गए जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण में उनका पद 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने पर ये विवाद खड़ा हुआ है. विपक्षी दलों का आरोप है कि मोदी सरकार देश का नाम इंडिया की जगह भारत करने की योजना बना रही है. रात्रिभोज का आयोजन 9 सितंबर को होगा.


केरल के मुख्यमंत्री ने की आलोचना


इस मसले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कि ये देश के बहुलवाद को नष्ट करने के लिए केंद्र की ओर से लगातार किए जा रहे प्रयासों का एक हिस्सा है. कोई भी राजनीतिक फैसला देश के हितों के खिलाफ नहीं होना चाहिए. मौजूदा मामले में, देश का नाम बदलने का कथित कदम अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है. उन्होंने साथ ही पूछा कि केंद्र सरकार इंडिया शब्द से डरती क्यों है. 


मल्लिकार्जुन खरगे का बीजेपी पर निशाना


कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया से बीजेपी सरकार डर गई है इसलिए वह इंडिया-भारत जैसी बातों से लोगों का ध्यान भटका रही है. इंडिया को देखते ही बीजेपी वाले घबरा रहे हैं. खरगे ने दावा किया कि अब ये कह रहे हैं कि देश को इंडिया नहीं बोलो और इसका नाम भारत रख दो. ये दोनों शब्द संविधान में हैं. आपको इसपर क्या एतराज है. 


राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का किया जिक्र


इस विवाद पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बयान दिया. उन्होंने बुधवार को यूट्यूब पर अपनी भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ा वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि भारत, इंडिया या हिंदुस्तान, सबका मतलब मोहब्बत, इरादा सबसे ऊंची उड़ान. राहुल गांधी ने एक साल पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4,000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी भारत जोड़ो यात्रा की थी. 


नाम बदलने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं


डिनर निमंत्रण पर राष्ट्रपति को 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखने पर जारी घमासान के बीच एबीपी न्यूज़ को सूत्रों ने बताया कि फिलहाल भारत नाम को लेकर किसी संविधान संशोधन का कोई प्रस्ताव नहीं है. विपक्ष ने दावा किया है कि संसद के विशेष सत्र में देश का नाम बदला जा सकता है. ये सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा. 


शशि थरूर ने क्या कहा?


कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर इंडिया गठबंधन अपना नाम बदल दे तो शायद बीजेपी ये खेल बंद कर दे. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि हम खुद को अलायंस फॉर बेटरमेंट, हार्मनी एंड रिस्पान्सबल एडवांसमेंट फॉर टुमॉरो (भारत) कह सकते हैं. तब शायद बीजेपी नाम बदलने के इस घटिया खेल को बंद कर दे. 


उमर अब्दुल्ला बोले- विपक्षी गठबंधन नाम बदलने को तैयार


नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर विपक्ष के कारण केंद्र सरकार इंडिया की जगह नाम भारत करने की कथित तौर पर योजना बना रहा है तो विपक्षी गठबंधन इंडिया अपना नाम बदलने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि हम देश को संकट में नहीं डालना चाहते. हम देश का खर्च बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि उसे कम करने के लिए आए हैं. 


बीजू जनता दल भारत के पक्ष में


ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के बीजू जनता दल (बीजद) ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बीजेडी के विधायक अमर प्रसाद सत्पथी ने कहा देश का नाम इंडिया के बजाय सिर्फ भारत रहने देने के प्रस्ताव पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. हर किसी को इसका समर्थन करना चाहिए. समय के साथ कई चीजें बदल जाती हैं. पिछले कुछ वर्षों में कई जगहों के नाम बदले गए हैं. उड़ीसा का नाम बदलकर ओडिशा कर दिया गया. बेंगलोर और मद्रास के नाम भी बदले गए. इस पर राष्ट्रीय नजरिए से विचार किया जाना चाहिए. 


हिमंत बिस्वा सरमा ने फिर किया समर्थन


असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर भारत नाम का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इंडिया और भारत कोई बहस का विषय नहीं है. इंडिया और भारत एक दूसरे के स्थान पर हैं, दोनों नामों का परस्पर उपयोग किया जा सकता है. यही सुप्रीम कोर्ट का 2016 का फैसला है. 


आरबीआई का नाम बदलने की मांग की


हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि चाहे वह मनमोहन सिंह हों या इंदिरा गांधी, सभी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. देवेगौड़ा ने इंडिया के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, तो यह कोई बहस नहीं है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जैसी संस्थाओं का नाम बदला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक का नाम रिजर्व बैंक ऑफ भारत होना चाहिए. 


पूर्व उपराष्ट्रपति भी भारत के सपोर्ट में


देश के पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भारत नाम का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इंडिया की जगह भारत नाम का इस्तेमाल करने में कुछ गलत नहीं है क्योंकि देश प्राचीन समय से इस नाम से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसे विषयों पर विस्तार से और सार्थक बहस होनी चाहिए. 


"बीजेपी की महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश"


तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने का आरोप लगाया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि इंडिया बनाम भारत के जरिए बीजेपी लोगों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है. हम इस पर ध्यान ने देकर, इस सरकार को बढ़ती कीमतें, बेलगाम महंगाई, सांप्रदायिक तनाव, बेरोजगारी, सीमा विवाद और डबल इंजन और राष्ट्रवाद के खोखले राग के लिए जवाबदेह ठहराएं. 


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