India Monsoon Update: 1 सितंबर से शनिवार दोपहर तक 380.2 मिमी बारिश के साथ, दिल्ली में 121 सालों में दूसरी सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. राजधानी में साल 1944 के बाद सबसे अधिक बारिश हुई, जिससे यह एक सदी में सबसे अधिक बारिश वाला सितंबर बन गया. दिल्ली में आज भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है. यह दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और राजस्थान को कवर करेगा.


पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में आज हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के हिस्सों, कोकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दस्तानों पर तेज बारिश हो सकती है.


वहीं पश्चिमी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में दो स्थानों पर हल्की बारिश के साथ एक ही स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है. आंतरिक कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, बिहार और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश संभव है.


मध्य प्रदेश के 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई
मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 802 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश से छह फीसदी कम है. मौसम विभाग ने बताया कि मध्य प्रदेश में एक जून से अब तक 802 मिमी बारिश हुई है जबकि इस अवधि में सामान्य तौर पर औसत बारिश 854.8 मिमी होती है. राज्य के कम से कम 16 जिलों में कम बारिश दर्ज की गई है. इनमें से 11 पूर्वी और पांच राज्य के पश्चिमी हिस्से में हैं. पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में सबसे कम सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश हुई है जबकि सिंगरौली में सबसे ज्यादा सामान्य से 47 फीसदी अधिक बारिश हुई है. मध्य प्रदेश में इस साल मानसून सामान्य आगमन तारीख से सात दिन पहले 10 जून को आ गया था.


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