India Maldives Relations: भारत और मालदीव के बीच मंगलवार (9 जनवरी) को भी राजनयिक विवाद जारी रहा. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इमोशनल फोबिया क्रिएट करते है.


मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ''पीएम नरेंद्र मोदी हर चीज को निजी तौर पर ले रहे हैं. हमें अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते रखने चाहिए. हमें समय के अनुसार कार्य करना चाहिए. मोदी इमोशनल फोबिया क्रिएट करते हैं.'' 


दरअसल, मालदीव के युवा मंत्रालय में उप मंत्री मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे को लेकर टिप्पणी की थी. इसके बाद मालदीव सरकार ने तीनों के बयानों से खुद को अलग करते हुए  इन्हें मंत्री पद से निलंबित कर दिया है. 






क्या टिप्पणी की थी?
मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद उनके खिलाफ टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया था कि इस केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का प्रयास किया जा रहा है. 


मालदीव ने क्या कहा?
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘मालदीव की सरकार विदेशी नेताओं और उच्च पदस्थ लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया मंचों पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों से अवगत है. ये विचार व्यक्तिगत हैं और मालदीव की सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.’’


राजदूत को किया तलब
भारत ने मालदीव के राजदूत को सोमवार (8 जनवर) को तलब कर पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों को लेकर कड़ी चिंता व्यक्त की. वहीं मालदीव की सरकार ने भारतीय उच्चायुक्त मुनु मुहावर को कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी सरकार के रुख को प्रदर्शित नहीं करती. 


मामला क्या है?
पीएम मोदी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे. उन्होंने फोटो शेयर करते हुए कहा था कि मैंने स्नॉर्कलिंग की. 


उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था, ‘‘जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए. मेरे प्रवास के दौरान मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की. यह कितना उत्साहजनक अनुभव था.’’


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