नई दिल्ली: भारत ने बांग्लादेश के रेलवे ढांचे को मजबूत करने के उदेश्य से उसे 10 रेल इंजन सौंपे हैं. ये इंजन बड़ी लाइन वाले हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रेल मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में इन रेल इंजनों को डिजिटल माध्यम से हरी झंडी दिखाई. इस दौरान बांग्लादेश से भी कई पदाधिकारी मौजूद थे. इन इंजनों को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के पूर्वी रेलवे के गेदे स्टेशन से रवाना किया गया और बांग्लादेश ने इसे दरशाना में हासिल किया.


10 ब्राडगेज लोकोमोटिव सौंपने से बांग्लादेश रेलवे की शक्ति में काफी वृद्धि होगी. विदेश मंत्रालय के अनुसार, आज वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में बांग्लादेश के रेल मंत्री मो. नुरूल इस्लाम सुजन और विदेश मंत्री अबु कलाम अब्दुल मेमन शामिल हुए. भारत पिछले कुछ वर्षों में पड़ोसी देश बांग्लादेश में सड़क, रेल व बंदरगाह विकास के लिए कई परियोजनाओं को मदद कर रहा है. केंद्र सरकार ने सभी एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि इन सभी का काम निर्धारित समय पर पूरा होनी चाहिए.





भारत हमेशा ही अपने पड़ोसियों की हर संभव मदद के लिए तैयार रहता है. बांग्लादेश की मित्रता में रेलवे की अहमियत के बारे में इससे पता चलता है कि अभी भारत की मदद से बांग्लादेश में 2.44 अरब डॉलर की मदद से 17 रेलवे की परियोजनाओं पर काम चल रहा है.


बता दें कि भारत द्वारा यह मदद बांग्‍लादेश को महज एक फीसद ब्याज पर उपलब्ध कराई जा रही है, जिसे बांग्‍लादेश को 20 साल में चुकाना होगा.