India China Faceoff: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग (Tawang) में एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक बार फिर से झड़प हुई है. ये झड़प 9 दिसंबर को हुई है जिसमें दोनों देशों के कई सैनिक घायल हुए हैं. इन घायलों में चीनी सैनिकों की संख्या ज्यादा है. एबीपी न्यूज़ के सूत्रों के मुताबिक चीन (China) के करीब 20 सैनिक घायल हुए हैं. इस झड़प के बाद चीन को लेकर कई तरह के संशय पैदा हो रहे हैं. कहा जा रहा है कि जीरो कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) से अपनी देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए चीन ऐसी हरकतें कर रहा है.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दूसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही चीन में प्रदर्शन देखा गया. दरअसल, चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद जीरो कोविड पॉलिसी लाई गई और कई इलाकों में सख्त लॉकडाउन लगाया गया. हालांकि इस बार चीन की जनता की ओर से भी नाराजगी जताई गई और प्रदर्शन किया गया. आम लोगों से लेकर छात्रों तक इस प्रदर्शन में शामिल हुए.
चीनी सरकार के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
चीन की कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ अक्सर वहां की जनता कुछ बोल नहीं पाती, लेकिन इस बार लोगों ने आवाज उठाई और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन देखा गया. लॉकडाउन के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने हाल ही में जीरो कोविड नियमों में ढील भी दी है. विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए अब चीनी सरकार लॉकडाउन या क्वारंटीन जैसे सख्त नियमों को लागू नहीं करेगी. हालांकि इस मुद्दे से अपनी देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए चीनी सरकार शायद इस तरह के हथकंड़े अपना रही है.
भूटान को भी दे रहा धमकी
बीते दिन ही नेपाल की एपर्डाफास.कॉम ने एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि भूटान को भारत के साथ गठबंधन करने को लेकर चीन की ओर से धमकी दी जा रही है. इस रिपोर्ट में कहा गया कि चीन क्षेत्रीय विवादों को भड़काने के लिए भूटान को भारत के साथ गठबंधन करने के लिए परेशान कर रहा है. चीन का मानना कि उनके देश के लिए भूटान की विदेश नीति भारत के प्रभुत्व और नियंत्रण से प्रभावित है.
अरुणाचल में गलवान जैसी हरकत
वहीं अब चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भी गलवान जैसी हरकत करने की कोशिश की है. जिसका भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया है. चीन की पहले से ही ये कोशिश रही है कि तवांग पर किसी तरह से कब्जा किया जाए, लेकिन हर बार चीन को मुंह की खानी पड़ी है. इससे पहले भी इस इलाके में दोनों देशों के सैनिकों का आमना-सामना हुआ था, लेकिन तब भी चीन को करारा जवाब दिया गया था. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक, करीब 300 चीनी सैनिक पूरी तैयारी के साथ आए थे, लेकिन भारतीय सैनिक भी तैयार थे. ये देखकर चीनी सेना चौंक गई क्योंकि उन्होंने भारतीय सैनिकों की ओर से इस तरह की तैयारी की उम्मीद नहीं की थी. सूत्रों ने बताया कि इस झड़प के बाद भारतीय कमांडरों ने तवांग (Tawang) सेक्टर में एलएसी (LAC) पर शांति बहाल करने के लिए चीनी कमांडरों के साथ फ्लैग बैठक की है. जिसके बाद दोनों देशों के सैनिक पीछे हट गए हैं.
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