नई दिल्ली: डोकलाम विवाद पर भारत और चीन के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. चीन ने अब भारत के खिलाफ खूनी साजिश रची है. चीन अब ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर खून इकट्ठा कर रहा है. चीन ने अपने ब्लड बैंक अब तिब्बत ट्रांसफर कर दिए है. कहा जा रहा है कि ऐसा करके चीन अब भारत के खिलाफ युद्ध की तैयारी कर रहा है.


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वहीं, चीन ने एक बार फिर भारत को धमकी देते हुए कहा है कि अगर भारत ने डोकलाम से अपनी सेना नहीं हटाई तो वह गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे. चीन ने कहा है कि हमारे हथियार और सेना भारत के मुकाबले काफी बेहतर है. भले ही भारत ने पिछले दिनों यूएस और रूस से कई तरह के हथियार खरीदे हों, लेकिन चीन के हथियारों के तुलना में वे काफी हल्के हैं.


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चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चाइनीज अकैडमी ऑफ सोशल साइंस के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनैशनल स्ट्रैटिजी के डायरेक्टर के हवाले से कहा है, ‘’अगर भारत अब डोकलाम से पीछे हट भी जाता है तो भी चीन इस मामले पर शांत नहीं बैठेगा.’’


ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक,  ब्लड बैंक को पीपल्स लिबरेशन आर्मी की तरफ से प्रांत की अलग-अलग जगहों पर स्थानातंरित किया जा रहा है. ब्लड स्टॉक च्योचायको प्रांत में भूकंप से पहले 8 अगस्त को ट्रांसफर किया गया था, जिसे बाद में अब इसे तिब्बत ट्रांसफर किए जाने की खबर है.


क्या है पूरा विवाद?


दरअसल डोकलाम जिसे भूटान में डोलम कहते हैं. करीब 300 वर्ग किलोमीटर का ये इलाका चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे के करीब है. इसलिए इस इलाके को ट्राई जंक्शन के नाम भी जाना जाता है. ये डैगर यानी एक खंजर की तरह का भौगोलिक इलाका है, जो भारत के चिकन नेक यानी सिलिगुड़ी कॉरिडोर की तरफ जाता है. चीन की चुंबी वैली का यहां आखिरी शहर है याटूंग. चीन इसी याटूंग शहर से लेकर विवादित डोलम इलाके तक सड़क बनाना चाहता है.


इसी सड़क का पहले भूटान ने विरोध जताया और फिर भारतीय सेना ने. भारतीय सैनिकों की इस इलाके में मौजूदगी से चीन हड़बड़ा गया है. चीन को ये बर्दाश्त नहीं हो रहा कि जब विवाद चीन और भूटान के बीच है तो उसमें भारत सीधे तौर से दखलअंदाजी क्यों कर रहा है.16 जून से भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध जारी है.