हाल के दिनों में भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव साफ नजर आ रहा है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू युवक की मॉब लिंचिंग की घटना के बाद भारत ने चिंता जाहिर की है. शेख हसीना सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे. ऐसे माहौल में लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा है कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो कौन सा देश ज्यादा ताकतवर साबित होगा. ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक सैन्य क्षमता के लिहाज से देखा जाए तो भारत और बांग्लादेश के बीच तुलना काफी असमानता नजर आती है. भारत विश्व में चौथे स्थान पर है वहीं बांग्लादेश 31 नंबर नीचे 35 वें स्थान पर. इस वजह से भारत एशिया की सबसे बड़ी सैन्य शक्तियों में गिना जाता है, जबकि बांग्लादेश की सेना मुख्य रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता तक सीमित मानी जाती है. भारत को भारी बढ़त हासिल
हवाई ताकत की बात करें तो भारत को यहां भारी बढ़त हासिल है. भारतीय वायुसेना के पास बड़ी संख्या में आधुनिक लड़ाकू विमान, मल्टी-रोल फाइटर जेट, 140 अटैक हेलीकॉप्टर और एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद हैं. भारत के पास करीब 1,080 कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है. इसके मुकाबले बांग्लादेश की वायुसेना काफी छोटी है. इसके पास महज 100 लड़ाकू विमान है और 100 हेलीकॉप्टर है. बता दें कि किसी भी आधुनिक युद्ध में एयर पावर की भूमिका बेहद अहम होती है. इस मोर्चे पर भारत कहीं आगे दिखाई देता है. भारत की ताकत कई गुना ज्यादा
जमीनी सेना यानी थलसेना में भी भारत की ताकत कई गुना ज्यादा मानी जाती है. भारतीय सेना के पास लगभग 5,978 टैंक है, बख्तरबंद वाहन, आर्टिलरी सिस्टम और प्रशिक्षित जवानों की विशाल संख्या है. वहीं बांग्लादेश की थलसेना आकार और संसाधनों के मामले में भारत के सामने टिक नहीं पाती. बड़े पैमाने पर जमीनी युद्ध की स्थिति में भारत को स्पष्ट बढ़त मिलती है. बांग्लादेश के पास सिर्फ 662 टैंक है. भारतीय नौसेना काफी आगे
समुद्री ताकत की बात करें तो अंतर और भी ज्यादा साफ नजर आता है. भारतीय नौसेना के पास 2 विमानवाहक पोत, 20 पनडुब्बियां है, जिसमें परमाणु वाली भी पनडुब्बी शामिल है और दर्जनों अत्याधुनिक युद्धपोत हैं, जो हिंद महासागर क्षेत्र में भारत को रणनीतिक बढ़त देते हैं. बांग्लादेश की नौसेना मुख्य रूप से तटीय सुरक्षा तक सीमित है और उसकी समुद्री क्षमता काफी कमजोर है. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बांग्लादेश के पास कोई विमानवाहक पोत नहीं और न ही कोई पनडुब्बी है. इसके पास सिर्फ 6 कोरवेट युद्धपोत, जो मुख्य रूप से तटीय सुरक्षा तक सीमित हैं. रक्षा बजट में काफी अंतर
रक्षा बजट भी दोनों देशों की सैन्य ताकत को समझने का बड़ा पैमाना है. भारत हर साल रक्षा पर भारी निवेश करता है, जिससे नई तकनीक, हथियार और सैन्य रिसर्च लगातार मजबूत होती रहती है. भारत का रक्षा बजट बांग्लादेश से 50 गुना ज्यादा है, जिससे भारत आधुनिक हथियार, तकनीक और रिसर्च में लगातार निवेश कर पाता है. PIB की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का रक्षा बजट 6.81 लाख करोड़ है. इसके मुकाबले बांग्लादेश का रक्षा बजट 3.34 बिलियन डॉलर है, जिससे उसकी सैन्य क्षमताएं सीमित रह जाती हैं.
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