ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 263 करोड़ रुपये के इनकम टैक्स रिटर्न धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले में बड़ा एक्शन लिया है. महाराष्ट्र की एक आईपीएस अधिकारी के आवास पर ईडी की छापेमारी में लगभग 150 करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. सूत्रों ने शनिवार (25 मई) को बताया है कि ईडी के हाथ करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज आईपीएस अधिकारी के पति की गिरफ्तारी से पहले लगे हैं. 


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिन पहले ईडी ने कोलाबा में आईपीएस अधिकारी के आधिकारिक निवास पर छापेमारी की थी. उनके पति पुरूषोत्तम चव्हाण को केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस हफ्ते की शुरुआत में गिरफ्तार किया था. तलाशी के दौरान अधिकारियों को मुंबई और ठाणे में मौजूद लगभग 14 फ्लैट्स के डॉक्यूमेंट्स मिले हैं. इसमें वर्ली में मौजूद दो बड़े फ्लैट्स भी शामिल हैं. 


ईडी को बेनामी संपत्ति होने का शक


अधिकारियों ने मुंबई और पुणे के लिए हस्तांतरणीय विकास अधिकार (टीडीआर) के दस्तावेजों का भी पता लगाया. सूत्रों के मुताबिक, आईपीएस अधिकारी के यहां से मिली संपत्ति की कुल कीमत करीब 150 करोड़ रुपये है. संपत्ति के दस्तावेज कई लोगों के नाम पर रजिस्टर्ड हैं. हालांकि, जांच एजेंसी को शक है कि ये इन लोगों के नाम पर बनाई गई बेनामी संपत्ति हो सकती हैं.


टैक्स छूट दिलाने के नाम पर लिए 12 करोड़ रुपये


पुरूषोत्तम चव्हाण को 263 करोड़ रुपये के इनकम टैक्स रिटर्न धोखाधड़ी के मामले में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 20 मई को गिरफ्तार किया गया था. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के पति चव्हाण ने राजेश बत्रा नाम के एक आरोपी को आश्वासन दिया था कि वह उसे टैक्स में छूट दिलाने में मदद करेगा. बदले में च्वहाण ने बत्रा से 12 करोड़ रुपये लिए थे. 


इससे पहले, इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें तानाजी मंडल अधिकारी, भूषण पाटिल, राजेश शेट्टी शामिल थे. ये लोग अभी न्यायिक हिरासत में हैं. दूसरी ओर, राजेश बृजलाल बत्रा फिलहाल ईडी की हिरासत में है.


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