चंड़ीगढ़: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर 'जांच रिपोर्ट' के हवाला से फरमाते हैं कि 'रेप सहमति से होते हैं'. उनकी ये भी चिंता है कि रेप और छेड़छाड़ की 80-90 प्रतिशत घटनाएं जानकारों के बीच में होती हैं. खट्टर साहिब आगे कहते हैं कि लड़का-लड़की काफी समय तक इकट्ठे घूमते हैं और एक दिन अनबन हो गई. उस दिन उठ करके एफआईआर करवा देते हैं- 'इसने मुझे रेप किया.'

खास बात ये है कि मनोहर लाल खट्टर ने जो बातें फरमाई हैं, जिस 'जांच रिपोर्ट' का हवाला दे रहे हैं, उसका जिक्र तक नहीं कर रहे हैं, लेकिन जब हम उनकी सरकार और नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के डेटा को खंगालते हैं तो मुख्यमंत्री की बातें बेतुकी और मनगढ़त दिखाई पड़ती हैं. लगता है कि सीएम साहिब ने अपनी ही सरकार के द्वारा जारी जांच रिपोर्ट नहीं पढ़ी है.

एनसीआरबी की रिपोर्ट कहती है कि साल 2016 में हरियाणा में रेप के कुल 1189 मामले दर्ज किए गए. जिनमें एक साल से लेकर 18 साल की लड़कियों के साथ 518 और 18 साल से 60 साल की महिलाओं के साथ 668 मामले दर्ज किए गए. इनमें गौर करने वाली बात ये है कि दर्ज किए गए कुल 1189 मामलों में से लगभग आधे यानी की 518 मामले 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ हुए. 100 से ज्यादा मामले तो ऐसे हैं जिनमें लड़कियों की उम्र 12 साल से कम है. तो क्या मुख्यमंत्री ये कहना चाहते हैं कि 12 साल से कम उम्र की लड़कियां साथ-साथ रहते हैं और बात बिगड़ने के बाद एफआईआर दर्ज कराने पहुंच जाती हैं.

हर उम्र की लड़कियां और महिलाएं रेप का शिकार हैं. मुख्यमंत्री जी एनसीआरबी की डेटा पर एक नजर डाल लें. ये डेटा साल 2016 की है.

रिपोर्ट दर्ज 1187
6 साल से कम उम्र 32
6 साल से ज्यादा- 12 साल से कम उम्र 82
12 साल से ज्यादा- 16 साल से कम उम्र 194
16 साल से ज्यादा- 18 साल से कम उम्र 210
कुल लड़कियां /बच्चे पीड़ित 518
18 साल से ज्यादा- 30 साल से कम उम्र 474
30 साल से ज्यादा- 45 साल से कम उम्र 165
45 साल से ज्यादा- 60 साल से कम उम्र 29
60 साल से ज्यादा उम्र 3
कुल महिलाएं/व्यस्क पीड़ित 671
कुल पीड़ित 1189

खट्टर के दौर में रेप की घटनाएं बढ़ी हैं: हरियाणा सरकार

दूसरी और खट्टर सरकार सत्ता में आने के बाद महिला सुरक्षा में किस कदर नाकाम रही है इसकी नजीर भी खुद उनकी सरकार की एक रिपोर्ट से मिलती है. क्राइम अगेंस्ट वूमन की एक रिपोर्ट के अनुसार मनोहर लाल खट्टर ने जिस वक्त सत्ता संभाली उस समय प्रदेश में रेप की 961 घटनाएं, यौन शोषण की 1,833 घटनाएं और अपहरण की 1,164 घटनाएं दर्ज की गई थी. लेकिन 11 सितंबर 2018 तक इनमें अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की गई. सितंबर 2017 से 11 सितंबर 2018 तक हरियाणा में रेप की 1,413 घटनाएं, यौन शोषण की 2,320 और अपहरण की 3,494 घटनाएं दर्ज की गई.

आपको बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं जब मनोहर लाल खट्टर ने रेप को लेकर कोई विवादित बयान दिया हो. इससे पहले भी 2014 में उन्होंने बालात्कार के लिए कपड़ों को जिम्मेदार ठहराया था. अब एक बार फिर वह अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं.