IMD Weather Update: अप्रैल का महीना आते ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. हालांकि, समय से पहले मानसून की आहट से मौसम खुशनुमा हुआ है. इस बीच भारत मौसम विभाग (आईएमडी) की ओर से सोमवार (15 अप्रैल) को दिए गए ताजा अपडेट के मुताबिक इस साल देश में झमाझम बारिश के संकेत मिल रहे हैं.


आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि भारत में इस साल मानसून के दौरान पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार 2024 में एक जून से 30 सितंबर के बीच मानसून की बारिश का औसत 106 फीसदी रहने की संभावना है.


मानसून में बारिश का कैसा रहेगा हाल?
मौसम विभाग के मुताबिक अल नीनो के कमजोर पड़ने से भारत में मानसून जल्दी आने की संभावना बन रही है. हालिया दिनों में मौसम के बदलाव को अल नीनो के कमजोर पड़ने के तौर पर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि अल नीनो के कमजोर होने से मानसून के आने में मदद मिलती है.


आईएमडी के अनुसार 22 ला नीना के 22 सालों की स्टडी करने पर पता चलता है कि ज्यादातर सालों में सामान्य से ज्यादा या सामान्य मानसून रहा है. मौसम विभाग ने कहा कि उत्तरी गोलार्द्ध में बसंत ऋतु के दौरान सामान्य से कम बर्फ रहने से दक्षिण-पश्चिमी मानसून में सामान्य बारिश की संभावना बन रही है.


106 फीसदी एलपीए की संभावना
भारत मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि पूरे देश में 2024 दक्षिण-पश्चिम मानसून के तहत एक जून से 30 सितंबर के बीच मानसून ऋतुनिष्ठ वर्षा दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 106 फीसदी होने की संभावना है. 


उन्होंने कहा कि अगर ऋतुनिष्ठ वर्षा के दीर्घावधि औसत की 96 फीसदी से 104 फीसदी के बीच बारिश होती है तो वो सामान्य होती है. आईएमडी प्रमुख ने कहा कि 106 फीसदी बारिश सामान्य से अधिक की श्रेणी में आती है और अगर दीर्घावधि औसत की 105 फीसदी से 110 फीसदी के बीच बारिश होती है तो इसे सामान्य से ज्यादा माना जाता है.


पहले जताई थी हीटवेव की आशंका 
महापात्र ने कहा कि पूरे देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा का दीर्घावधि औसत 87 सेंटीमीटर है. गौरतलब है कि इससे पहले मौसम विभाग की ओर से लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हीटवेव की आशंका जताई गई थी. आईएमडी ने कहा था कि देशभर में हीटवेव और भीषण गर्मी का असर देखने को मिल सकता है.


(पीटीआई भाषा के इनपुट के साथ)


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