Meteorological Update: दिल्ली सहित उत्तर भारत में मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है. इस बीच मौसम विभाग अधिकारियों ने सोमवार (27 मार्च) को कहा कि इस गर्मी में दिल्ली सहित पूरे देश के मौसम स्टेशनों के लिए हीट इंडेक्स (HI) रीडिंग जारी करने की योजना बना रहा है. HI दिन के अधिकतम और न्यूनतम तापमान के कलर कोडित पूर्वानुमान भी जारी कर सकता है.
उन्होंने बताया कि कई मॉडलों का यूज करके रियल फील (HI) को कैलकुलेट करेगा जो दिन की रिलेटिव ह्यूमिडिटी, हवा की स्पीड का अधिकतम तापमान और क्लाउड कवर को कलर के जरिए बताएगा. जानकारी के मुताबिक कलर बेस्ड वार्निंग येलो, ऑरेंज, रेड भी जारी की जाएगी जिसके आधार पर लोगों से बरती जाने वाली सावधानियों के लिए बताया जाएगा.
इक्कठा किए गए डेटा का करेगा उपयोगआईएमडी इस HI को तैयार करने के लिए पिछले साल हीट हजार्ड के एनालिसिस के दौरान देशभर के मौसम स्टेशनों से इक्कठा किए गए डेटा का उपयोग करेगा. अधिकारियों ने कहा कि इस मॉडल को इस मानसून में HI डेटा जारी करने के उद्देश्य से देशभर के सभी क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्रों के साथ साझा किया जाएगा. आईएमडी के वैज्ञानिक और दिल्ली क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि शुरू में, सफदरजंग में एक्सपेक्टेड वेदर के आधार पर राजधानी के लिए केवल एक HI पूर्वानुमान जारी किए जाने की संभावना है, जो दिल्ली के मौसम का प्रेजेंटेशन करता है, हालांकि बाद में इसे डिस्ट्रिक्ट लेवल पर पूर्वानुमान जारी करना है.कहा कि
ट्रॉपिकल कंट्रीज में किया जाता है HI का प्रयोगHI का प्रयोग पर्टिकुलर्ली ट्रॉपिकल कंट्रीज में किया जाता है, विशेष रूप से यह समझने के लिए कि ह्यूमिडिटी और टेंपरेचर दोनों को ध्यान में रखते हुए किसी व्यक्ति को महसूस होने वाली असुविधा की लिमिट क्या है? ह्यूमिडिटीजितनी ज्यादा होगी, हीट इंडेक्स उतना ही ज्यादा होगा.
विशेषज्ञों का कहना है कि HI अक्सर जून के महीने और जुलाई के शुरुआती हिस्सों में सबसे अधिक होता है, जिसमें नमी का स्तर लगातार 40-50% के आसपास रहता है, साथ में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (डिग्री सेल्सियस) से अधिक होता है. वर्तमान में आईएमडी बारिश, तेज हवाओं, ओला गिरने, आंधी, शीत लहरों और गर्मी के साथ साथ सभी महत्वपूर्ण मौसम की गतिविधियों के लिए कलर बेस्ड चेतावनी जारी करता है.
आईएमडी कोई खतरा नहीं होने पर ग्रीन अलर्ट जारी करता है, चेतावनी जारी करने के येलो अलर्ट जारी करता है. कार्रवाई की आवश्यकता होने पर ऑरेंज अलर्ट और जब मौसम बहुत खराब होता है लोगों को सतर्क और जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलने के लिए बताया जाता है तब रेड अलर्ट जारी किया जाता है.
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