Ideas of India Summit 2023: एबीपी नेटवर्क (ABP Network) के दो दिवसीय कार्यक्रम 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' का शुक्रवार (24 फरवरी) को मुंबई में शुभारंभ हुआ. इस मौके पर ब्रिटेन की पूर्व पीएम लिज ट्रस चीन और रूस पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा कि कुछ तानाशाही ताकतें दुनिया से लोकतंत्र मिटाना चाहती हैं. उनमें उदारता नहीं है और वह लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की दुश्मन हैं. उनके प्रति उदार होना हमारी सबसे बड़ी भूल थी. 


रूस और चीन पर हमला बोलते हुए लिज ने कहा कि जैसे कि आपने और पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे तानाशाही ताकतें लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल कर आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि शीत युद्ध के बाद दुनिया में लोकतंत्र को बढ़ाने के लिए हम उदार हुए और हमने तानाशाही ताकतों को भी उदारतापूर्वक मेनस्ट्रीम में लाने की कोशिश की, लेकिन वह उदार नहीं हुए और हम अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए उन पर निर्भर हो गए. 


'रूस पर निर्भरता बड़ी भूल'
पूर्व पीएम ने रूस को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन पर अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए निर्भर होना हमारी सबसे बड़ी भूल थी. हमें लगा कि शीत युद्ध के बाद हम दुनिया जीत चुके हैं. हमने व्यापार के लिए चीन जैसे देशों के साथ उदारता दिखाई. आज भी विश्व व्यापार संगठन में चीन विकासशील देशों की श्रेणी में है और वह मुक्त व्यापार के फायदे उठा रहा है. 


लिज ने कहा कि हमारी वजह से आज ये ताकतें और भ्रष्ट हो गईं. उन्होंने कहा कि आज जब मैं आपके सामने खड़ी हूं तो आज ही के दिन यूक्रेन पर हमला हुआ था. इस घटना को एक साल हो चुके हैं.


यूक्रेन युद्ध को याद करके क्या बोलीं ट्रस?
यूक्रेन पर रूस के हमले का जिक्र करते हुए लिज ट्रस ने कहा, उनको याद है कि उनके सचिव ने उनको सुबह तीन बजे जगाकर बताया कि रूस ने कीव और बाकी शहरों पर हमला कर दिया है. यूरोप में दशकों बाद कोई युद्ध शुरू हुआ. हमने तुरंत प्रतिक्रिया दी, हम यूक्रेन को हथियार भेजने वाले सबसे पहले देश थे, हमने वह सबकुछ किया जो हम कर सकते थे ताकि हम इस हमले को रोक सकें. 


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