कोलकाता: भारतीय वायु सेना का हेलिकॉप्टर 2 अगस्त की सुबह से सबसे खराब बाढ़ प्रभावित क्षेत्र खानकुल, हुगली में लोगों को बचा रहा है. अब तक 9 लोगों को बचाया जा चुका है. ग्रामीण एसपी अमरदीप के अनुसार, हुगली के धनयागढ़ के सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाके खानकुल में गर्दन जितना ऊचा पानी में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव अभियान तेज कर दिया ह.  



लगातार बारिश और डीवीसी द्वारा पानी छोड़े जाने से जिले के आरामबाग संभाग के खानकुल में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे. दामोदर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. कई गांवों का आपस में संपर्क टूट गया है. हजारों लोग बेघर हो गए हैं. सैकड़ों घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. कई लोगों ने अस्थायी शिविरों में शरण ली है.


द्वारकेश्वर नदी बांध खानकुल के बांदीपुर काली तल्ला में टूट गया है और पूरा इलाका जलमग्न हो गया है. हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि पानी में डूबी हुई है. खानकुल के मैती पाड़ा में रूपनारायण नदी का तटबंध भी फिर टूट गया है. बचाव अभियान के दौरान, एनडीआरएफ की नाव भी कथित तौर पर पानी में पलट गई थी.


पश्चिम बंगाल में लगातार तेज बारिश होने के कारण दामोदर घाटी कारपोरेशन बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद प्रदेश के मेदिनीपुर एवं हावड़ा जिलों में सड़कों के डूबने और गांवों में बाढ़ आने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. डीवीसी के एक अधिकारी ने बताया कि काररपोरेशन ने 31 जुलाई को 1.14 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा था जो इससे एक दिन पहले छोड़े गये पानी की मात्रा का दोगुना है.


अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर में कम से कम 212 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं जिसमें करीब 12 हजार लोगों ने शरण लिया है, क्योंकि बाढ़ का पानी उनके घरों में घुस गया है. उन्होंने बताया कि पानी के तेज बाहाव के कारण घताल में स्थित सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का स्थानीय कार्यालय बह गया है.


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