नई दिल्लीः 2019 लोकसभा चुनावों के लिए पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की सुगबुगाहट होते ही विरोध की खबरें भी सामने आने लगी है. पंजाब में कांग्रेस से गठबंधन के मामले पर आप विधायक एच एस फूलका इस्तीफा दे सकते हैं. एच एस फूलका पंजाब के लुधियाना से विधायक हैं और उन्होंने कुछ दिन पहले (24 मई) को ही कहा था कि अगर अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया तो वो आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे देंगे.

फूलका वरिष्ठ वकील हैं और 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में सिखों की ओर से पैरवी कर रहे हैं. इसी वजह से वो कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात पर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं.

एच एस फूलका ने कहा था कि मैं कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रख सकता क्योंकि 1984 सिख दंगों का मसला मेरे लिए राजनीति से बड़ा है और इस पर मैं किसी के साथ समझौता नहीं कर सकता. जैसे ही कांग्रेस और आप गठबंधन करेंगे उसी समय मैं अपना इस्तीफा दे दूंगा. कुछ समय पहले ही उन्होंने सिख दंगों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की भूमिका की जांच कराने की भी मांग की थी.

इसके अलावा आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों को खारिज करते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने भी आज कहा कि अन्ना आंदोलन के जरिए ‘मोदी को खड़ा करने वाले’ केजरीवाल के साथ हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता है.

ऐसे में पंजाब में कांग्रेस और आप के गठबंधन की संभावनाओं को झटका लग सकता है क्योंकि गठबंधन की चर्चा होते ही अहम आप विधायक के इस्तीफे देने की संभावना होने लगी है.

दिल्ली में आप-कांग्रेस की बीच गठबंधन की अटकलें तेज जहां पंजाब से एच एस फूलका के विरोध की खबरें आई हैं वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ की थी, इसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के चुनाव पूर्व गठबंधन की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है.

आप ने घोषित किए दिल्ली की 5 सीटों पर प्रभारी  दरअसल कल आप ने दिल्ली की सात सीटों में से सिर्फ पांच पर ही प्रभारी घोषित किए हैं. आप ने नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर प्रभारी घोषित नहीं किए हैं. आप ने पंकज गुप्ता को चांदनी चौक सीट से, दिलीप पांडे को उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से, राघव चड्ढा को दक्षिण दिल्ली से, आतिशी मर्लिना को पूर्वी दिल्ली सीट से जबकि गुगन सिंह को उत्तर-पश्चिमी सीट से प्रभारी बनाया है. ऐसी अटकलें हैं कि आप ने कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ दी हैं.

दिलीप पांडे के इस ट्वीट से गर्म हुईं अटकलें आप और कांग्रेस में अटकलबाजी की खबरें आप नेता दिलीप पांडे के ट्वीट से और गर्म हो गई हैं. दिलीप पांडे ने ट्वीट कर लिखा है, ‘’जी! कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता 'आम आदमी पार्टी' के संपर्क में हैं  और वे हरियाणा, दिल्ली और पंजाब में हमारा साथ और सहयोग चाहते हैं और दिल्ली में हमसे वे एक सीट मांग रहें हैं.’’

अजय माकन ने खारिज की अटकलें हालांकि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने केजरीवाल और आप पर हमला बोलते हुए इस तरह की अटकलों को खारिज किया है. अजय माकन ने ट्वीट कर लिखा है, ''जब दिल्ली के लोग लगातार केजरीवाल की सरकार को नकार रहे हैं, तो फिर ऐसे में कांग्रेस उन्हें बचाने के लिए क्यों आगे आए?  केजरीवाल, अन्ना हजारे और उनकी टीम की आरएसएस ने ही मदद की थी. इसी के बलबूते मोदी सत्ता में काबिज हो पाए.''