Amit Shah Northeast Visit: मेघालय के शिलांग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार (18 दिसंबर) को पूर्वोत्तर परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौके पर मौजूद रहे. दरअसल, पीएम मोदी रविवार को मेघालय और त्रिपुरा के दौरे पर हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर राज्यों के लिए केंद्र की ओर से किए गए कार्यों और हासिल की गई उपलब्धियों का जिक्र किया.
गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में नॉर्थ ईस्ट काउंसिल की मीटिंग खत्म हो गई है, जिसमें पीएम ने 50 साल के नॉर्थ-ईस्ट काउंसिल के काम की सराहना की. साथ ही कहा है कि काउंसिल अगले 25 साल के विकास के लक्ष्य का खाका तैयार करे.
'आज बजट गांव तक पहुंचा है'
अमित शाह ने कहा, ''आठ साल पहले का उत्तर पूर्व और आज का उत्तर पूर्व, मोदी जी के पीएम बनने के पहले के उत्तर पूर्व और आज के उत्तर पूर्व को तुलनात्मक दृष्टि से देखते हैं तो क्षेत्र पहली बार शांति और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा हुआ नजर आता है. पहले के जमाने में उत्तर पूर्व के लिए बजट का आवंटन तो होता था लेकिन वह नीचे तक नहीं पहुंचता था. मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, ढेर सारे शासकीय परिवर्तन करने के बाद, आज बजट गांव तक पहुंचा है और काम में परिवर्तित होता हुआ दिखाई पड़ता है, यह बहुत बड़ी उपलब्धी है.''
'50 से ज्यादा बार पीएम मोदी पूर्वोत्तर में आए'
गृह मंत्री शाह ने कहा, ''मोजी जी ने हमेशा उत्तर पूर्व को प्राथमिकता दी है. हर 15 दिन में एक मंत्री उत्तर पूर्व में आए और मोदी जी स्वयं प्रधानमंत्री बनने के बाद साढ़े आठ साल में 50 से ज्यादा बार नॉर्थ ईस्ट के अंदर आए हैं, वो देश के ऐसे सर्वप्रथम प्रधानमंत्री हैं.
'टूरिज्म इंडस्ट्री, शिक्षा और स्पोर्ट्स संस्थान नजर आने लगे हैं'
शाह ने कहा, ''400 से ज्यादाबार मंत्रियों के दौरे हुए. पहले डोनर मंत्रालय (पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय) तो था ही नहीं, अटल जी ने बनाया, नॉर्थ ईस्ट काउंसिल के सीमित बजट तक रुका हुआ था. प्रधानमंत्री जी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर के बड़े-बड़े प्रोजक्ट को भारत सरकार के स्तर पर लेकर नॉर्थ ईस्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर को एक नया आकार देने, एक आयाम देने का काम किया है. इस वजह से पूर्वोत्तर में न सिर्फ टूरिज्म की संभावनाएं बढ़ी हैं, ढेर सारी छोटी-छोटी इंडस्ट्रीज, शिक्षा संस्थान और स्पोर्ट्स से जुड़े संस्थान भी आज उत्तर पूर्व में नजर में आते हैं.''
'विद्रोह की घटनाओं में 74 फीसदी कमी, 8000 युवाओं ने किया सरेंडर'
गृह मंत्री ने कहा, ''उत्तर पूर्व की हर राजधानी को रोड, ट्रेन और एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने का प्रकल्प भी प्रधानमंत्री जी ने लिया है. सबसे बड़ा काम पीएम के नेतृत्व में हुआ है तो आज हमारा उत्तर पूर्व सभी विवादों के मुक्त होने की दिशा में जा रहा है और शांति यहां पर स्थापित करने का काम नरेंद्र मोदी जी ने किया था. आठ साल पहले पूरा उत्तर पूर्व जहां बंद, हड़ताल, बम धमाके और गोलीबारी से जाना जाता था, अलग-अगल ग्रुप के, उग्रवादी समूह की अलग-अलग घटनाओं के कारण उत्तर पूर्व के लोग भी चैन की सांस नहीं ले रहे थे. यहां पर टूरिज्म और इंडस्ट्री भी नहीं बढ़ रही थी."
उन्होंने आगे कहा, "अगर 2014 से तुलना करें तो विद्रोह की घटनाओं में 74 फीसदी कमी नरेंद्र मोदी जी के शासन के अंदर आई है. सुरक्षाबलों पर हमलों की घटनाओं में 60 प्रतिशत कमी आई है. नागरिकों की मौत का जहां तक सवाल है, 89 फीसदी कमी आई है. लगभग 8000 युवाओं ने सरेंडर करके मुख्यधारा में आना पसंद किया है, ये नरेंद्र मोजी जी की बहुत बड़ी उपलब्धि है. जब तक शांति नहीं होती है तब तक विकास और शिक्षा भी संभव नहीं है.''
'AFSPA हटाने के लिए अब डिमांड नहीं करनी पड़ती'
गृह मंत्री शाह ने कहा, ''मोदी जी के कालखंड के अंदर ही 2019 में NLFT से समझौता हुआ, 2020 में ब्रू समझौता हुआ, बोडो समझौता भी 2020 में हुआ, कार्बी समझौता 2021 में हुआ, असम-मेघालय और असम-अरुणाचल के सीमा के विवाद भी बहुत बड़ी मात्रा में समाप्त हो गए. आज मोदी जी के नेतृत्व में उत्तर पूर्व एक विकास के रास्ते पर अग्रसर हुआ है. उत्तर पूर्व के अंदर शांति बहाल हुई है. उसका एक उदाहरण है. पहले AFSPA को हटाने के लिए ढेर सारी डिमांड आती थी, अब किसी को डिमांड नहीं करनी पड़ती है. भारत सरकार दो कदम आगे बढ़कर AFSPA हटाने के लिए पहल कर रही है.''
'60 प्रतिशत क्षेत्र AFSPA मुक्त'
शाह ने कहा, ''आज असम के 60 प्रतिशत क्षेत्र AFSPA मुक्त हुए हैं. मणिपुर के छह जिलों के 15 पुलिस स्टेशन को बहाल कर दिया गया है. अरुणाचल में एक ही जिला बाकी बचा है. नागालैंड में सात जिले मु्क्त कर दिए गए हैं. त्रिपुरा और मेघालय पूर्णतया मुक्त हो चुके हैं. यह बहुत बड़ी उपलब्धि नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री काल में, मोदी जी के नेतृत्व में प्राप्त हुई है और हम चाहते हैं कि अब भी जो लोग बचे हैं, जिनके साथ वार्ता हो रही है, वो अपने हथियार डालें, मुख्यधारा में आएं और उत्तर पूर्व के विकास के लिए हम आगे बढ़ें.''
गृह मंत्री अमित शाह ने लिया ये संकल्प
आखिर में गृह मंत्री शाह ने कहा, ''एक मौका है NEC का गोल्डन जुबली वर्ष, प्रधानमंत्री जी ने आज NEC की मीटिंग में ढेर सारे लक्ष्य परिषद और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सामने रखे हैं. मैं एनईसी के अध्यक्ष होने के नाते विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आज प्रधानमंत्री जी ने जो भी लक्ष्य सामने रखे हैं, इसकी शत-प्रतिशत पूर्ति समयबद्ध तरीके से हम करेंगे और नॉर्थ ईस्ट को देश के बाकी हिस्सों की तरह एकदम विकसित क्षेत्र बनाएंगे, शांत क्षेत्र बनाएंगे, रोजगार युक्त क्षेत्र बनाएंगे, ये हमारा संकल्प है.''
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