Amit Shah is likely to visit Jammu-Kashmir: पुंछ जिले में आतंकवादियों के हमले में चार सैनिकों के शहीद होने के कुछ सप्ताह बाद क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 जनवरी को जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सकते हैं. हालांकि अमित शाह के इस दौरे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन गृह विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह मौसम की स्थिति पर निर्भर करेगा.


गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, “अपनी यात्रा के दौरान गृह मंत्री जम्मू कश्मीर के कई इलाकों का दौरा करेंगे और आतंकवाद विरोधी अभियानों का जायजा लेंगे. उनके जम्मू में एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने की भी संभावना है.” गृह मंत्री के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, इंटेलिजेंस ब्यूरो प्रमुख तपन डेका और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के भी आने की संभावना है.


गृह मंत्री के साथ आ सकते हैं खुफिया एजेंसी के अफसर


जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "मौसम की स्थिति ठीक रहने पर शाह के साथ गृह सचिव एके भल्ला, विभिन्न अर्धसैनिक बलों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी और विभिन्न खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी आ सकते हैं. अगर मौसम स्थिर रहा और विजिबिलिटी में बाधा नहीं आती है तो गृह मंत्री क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए राजौरी और पुंछ जिलों का भी दौरा कर सकते हैं."


27 दिसंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था दौरा


बता दें कि 21 दिसंबर को पुंछ जिले के सुरनकोट में आतंकवादियों ने घात लगाकर चार जवानों पर हमला कर दिया था. इस हमले में चारों शहीद हो गए थे. आतंकी हमले के एक दिन बाद सेना की ओर से कथित तौर पर पूछताछ के लिए कुछ लोगों को उठाया गया था. बताया गया कि बाद में इनमें से तीन नागरिक मृत पाए गए. इन घटनाओं के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख पांडे ने भी पुंछ का दौरा किया था. 27 दिसंबर को रक्षा मंत्री ने राजौरी अस्पताल में उन नागरिकों से भी मुलाकात की, जिन्हें सुरनकोट हमले के एक दिन बाद सैन्य शिविर में कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया था.


राजौरी और पुंछ में बढ़े हैं आतंकी हमले


जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मृत नागरिकों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की भी घोषणा की थी और कहा था कि घटना में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. 2 जनवरी को शाह ने दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी. बता दें कि राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है.


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