Popular Front Of India: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगाने की मांग एक बार फिर से तेज होती जा रही है. देश विरोधी काम करने का आरोप लगाते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा (All India Hindu Mahasabha) और अखिल भारतीय बार एसोसिएशन (All India Bar Association) ने इसपर बैन लगाने की मांग की है. हिंदू महासभा का कहना है कि वह अपनी मांगों को लेकर सोमवार यानी 26 सितंबर को शाम 5 बजे सड़कों पर उतरेगी. 


इसके साथ ही अखिल भारत हिंदू महासभा का कहना है कि वह इसे लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपेगी. लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पीछे स्टेट बैंक पर एकत्रित होकर अटल चौराहा हजरतगंज तक मार्च किया जाएगा. यह प्रदर्शन शिशिर चतुर्वेदी राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिल भारत हिंदू महासभा के नेतृत्व में होगा. 


मामले में अब भी गिरफ्तारी जारी 


दरअसल, टेरर फंडिंग (Terror Funding) को लेकर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े पदाधिकारियों पर देशभर में कार्रवाई की है. अभी भी इस मामले में गिरफ्तारियां जारी हैं. आज  मेरठ और वाराणसी से पीएफआई के छह सदस्य गिरफ्तार किए गए. 


कई बार उठ चुकी है बैन करने की मांग


इससे पहले सूफी खानकाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौसर हसन मजीदी ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखकर PFI को बैन करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था पीएफआई देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है इसलिए उसे बैन कर देना चाहिए. पहले भी कई बार इसे बैन करने की मांग उठ चुकी है. 


2012 में भी पीएफआई के टेरर लिंक सामने आने के बाद इस संगठन को बैन करने की मांग उठी थी. इसके बाद 2017 में एनआईए ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें पीएफआई के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की बात सामने आई थी. इसके बाद भी इसपर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ चुकी है. 


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