Himachal Pradesh Election Result: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) ने शानदार वापसी करते हुए 40 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में महज 25 सीटें ही आई. हिमाचल में नई सरकार के गठन के साथ ही अगले मुख्यमंत्री को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है. इस दौड़ में हिमाचल कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है. 


प्रतिभा सिंह हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं.वह पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की गुडबुक वाली नेता भी हैं. प्रतिभा सिंह अगर हिमाचल की मुख्यमंत्री बनती हैं, तो उनका नाम किसी राज्य में पति-पत्नी के सीएम बनने वाली लिस्ट में शामिल हो जाएगा. इससे पहले लालू यादव (Lalu Yadav) और उनकी पत्नी राबड़ी देवी दोनों पति-पत्नी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अब ऐसा ही कुछ समीकरण हिमाचल प्रदेश में बनता दिख रहा है. हिमाचल प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर प्रतिभा सिंह के नाम की चर्चा जोरों पर है. आज होने वाली कांग्रेस विधायकों की बैठक में तस्वीर साफ हो जाएगी कि हिमाचल का अगला सीएम कौन होगा?


दिवंगत वीरभद्र सिंह 6 बार रहे सीएम


कांग्रेस के दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. वीरभद्र सिंह की पत्नि प्रतिभा सिंह ने 1998 में ही सक्रिय राजनीति में कदम रख दिया था. हालांकि, अपने पहले चुनाव में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था. फिलहाल प्रतिभा सिंह हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद हैं. इसके अलावा इसी साल 26 अप्रैल को कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया था.


प्रतिभा सिंह ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की विरासत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. मुख्यमंत्री का फैसला विधायकों की सहमति पर ही हाईकमान लेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव में वीरभद्र सिंह की कमी महसूस हुई. कांग्रेस ने इस बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव दिवंगत वीरभद्र सिंह के विकास मॉडल के आधार पर ही लड़ा था.


बिहार में लालू-राबड़ी ने संभाली सीएम की कुर्सी


हिमाचल प्रदेश से पहले बिहार में लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुके हैं. चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने के बाद ये तय हो गया कि अब उन्हें किसी भी समय जेल जाना पड़ सकता है. इसके बाद 25 जुलाई 1997 को पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. सीएम बनने के साथ ही राबड़ी देवी ने बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का कीर्तिमान भी अपने नाम किया. 


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