मुंबईः महाराष्ट्र सरकार ने म्यूकोरमाइकोसिस (कवक संक्रमण) के मामलों का इलाज करने के लिए मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों का उपयोग करने का फैसला किया है जोकि कोविड-19 मरीजों को प्रभावित कर रहा है. हालांकि, इसके कम ही मामले सामने आए हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को यह जानकारी दी.


राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस के 2000 से अधिक मरीज


उन्होंने कहा कि अब तक राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस के 2000 से अधिक मरीज हो सकते हैं और कोविड-19 मरीजों के बढ़ते मामलों के बीच इनकी संख्या में भी अवश्य इजाफा होगा. टोपे ने कहा कि म्यूकोरमाइकोसिस की मृत्यु दर 50 फीसदी है और यह उन कोविड-19 मरीजों को अपनी चपेट में लेता है जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम है या वे पहले ही अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं. म्यूकोरमाइकोसिस को काला कवक के नाम से भी पहचाना जाता है.


मंगलवार को सामने आए कोरोना संक्रमण के 40,956 नए मामले


महाराष्ट्र की बात करें तो मंगलवार को कोविड-19 के 40,956 नए मामले आने से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 51,79,929 हो गयी. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस दौरान संक्रमण से 793 मरीजों की मौत हो गयी. राज्य में अब तक 77,191 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है. राज्य में एक दिन पहले संक्रमण के 37,236 नए मामले आए थे.


इस दौरान विभिन्न अस्पतालों से 71,966 और मरीजों को छुट्टी मिलने के साथ अब तक 45,41,391 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं. राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 5,58,996 है. सोमवार को 31 मार्च के बाद पहली बार कोरोना संक्रमण के नए मामलों की संख्या 40 हजार से कम रही थी.


 


इसे भी पढ़ेंः
बिहारः पटना में सात साल से बंद पड़ा था यह ऑक्सीजन प्लांट, अब हाई कोर्ट के निर्देश पर हो रहा शुरू


 


खतरनाक फंगल इन्फेक्शन 'म्यूकोरमाइकोसिस' से बचने के पांच तरीके जान लीजिए