Nuh Clash: इसी हफ्ते सोमवार (31 जुलाई) के दिन हरियाणा के नूंह में हिंसा भड़क गई थी जिसमें सैकड़ों घायल हुए और कई लोगों की मौत हो गई. नूंह में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाले भड़काऊ पोस्ट के लिए गुरुवार (03 अगस्त) को तीन एफआईआर दर्ज की गईं.


टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, नूंह में हिंसा होने और उसके पहले सोशल मीडिया के माध्यम से नफरत फैलाने वाले पोस्ट के खिलाफ पहली बार इस तरह की कार्रवाई की गई है. पुलिस ने पहली दो एफआईआर शाहिद और आदिल खान मन्नाका उर्फ बिर्जू भाई के खिलाफ दर्ज की हैं जबकि एक एफआईआर शायर गुरु घंटाल फेसबुक पेज के खिलाफ दर्ज हुई है.


हरियाणा सरकार ने बनाई समिति


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इससे पहले हरियाणा सरकार ने एक समिति का गठन किया है जो राज्य में कानून-व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए वीडियो, तस्वीरों और नफरत फैलाने वाले भाषणों सहित उत्तेजक सामग्री के प्रसार को रोकने के वास्ते सोशल मीडिया मंचों की निगरानी करेगी. समिति का गठन नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर किया गया है.


वहीं, विशेष जांच टीम ने सोशल मीडिया पर 2000 वीडियो की स्कैनिंग शुरू कर दी है. विशेष सचिव, गृह समिति के अध्यक्ष होंगे. एक पुलिस अधीक्षक, अपराध जांच विभाग (सीआईडी), हरियाणा; उप सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी और गृह विभाग के एसीएस कार्यालय के एक ‘इंटरसेप्शन’ सहायक इसके सदस्य होंगे.


कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद की जलाभिषेक यात्रा को रोकने की कोशिश को लेकर नूंह में भड़की झड़पें गुरुग्राम तक फैल गईं. इन झड़पों में दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि नूंह में हिंसा को बढ़ावा देने में सोशल मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.


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