कोरोना पॉजिटिव हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की हालत बिगड़ने के बाद मंगलवार को उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. पीजीआई रोहतक में हालत खराब होने के बाद उन्हें यहां पर लाया गया है. अनिल विज को मेदांता में रात 9 बजकर 8 मिनट पर लाया गया. उन्हें वहां पर डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रखा गया है.


इससे पहले, अनिल विज को अंबाला के सिविल अस्पताल से पीजीआई रोहतक में शिफ्ट किया गया था. गौरतलब है कि कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के दौरान 67 वर्षीय पहले वालेंटियर के तौर पर अनिल विज ने वैक्सीन का पहला डोज लिया था. इसके कुछ दिनों बाद ही 5 दिसंबर को वह कोरोना संक्रमित हो गए. कोवैक्सीन को भारत बायोटेक की तरफ से तैयार किया जा रहा है. उन्हें अंबाला कंटोनमेंट के सिविल अस्पताल मे 20 नवंबर को कोवैक्सीन का टीका लगाया गया था.


भारत बायोटेक ने कहा था कि वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल दो खुराक पर आधारित है, जिसे 28 दिनों के बाद दिया जाता है. कोरोना के दोनों खुराक पड़ने के दो हफ्ते बाद यह वैक्सीन प्रभावी होती है.


इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय में सामने आकर यह सफाई देते हुए कहा कि कोवैक्सीन दो खुराक पर आधारित वैक्सीन है और अनिल विज को संक्रमित होने से करीब 15 दिन पहले एक ही टीका लगाया गया था. उससे पहले अनिल विज ने कहा था कि वह कुछ दिन पहले पानीपत गए थे जहां पर 2-3 घंटे एक बीजेपी नेता का साथ बिताया था. वह भी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे.


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