नई दिल्ली: चमकी बुखार के दौरान अपनी तैयारियों को लेकर विपक्ष के निशाने पर आई केंद्र सरकार ने अब सबक सीख लिया है. आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अपने मंत्रालय और दिल्ली के अस्पतालों की बैठक की. इस बैठक में दिल्ली और आसपास के अस्पताल डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारी से निपटने के लिए कितने तैयार हैं इसको लेकर चर्चा हुई.


इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, एम्स, आरएमएल, सफदरजंग, लेडी हार्डिंग अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट और तीनों दिल्ली नगर निगम के महापौर और अधिकारी, एनडीएमसी और दिल्ली कैंट के अधिकारी शामिल हुए.


अस्पतालों की दिए गए ये निर्देश


आनेवाले मौसम को देख कर तैयारी रखें.


अस्पतालों में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के लिए जरूरी दवाई को स्टॉक उपलब्ध रखें.


टेस्ट के लिए सारी तैयारी रखें.


डेंगू और चिकनगुनिया के लिए वार्ड बनाया जाए.


प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करें.


नगर निगमों को दिया गया ये निर्देश


डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए जरूरी जरूरी कदम उठाएं.


जागरुकता अभियान चलाया जाए.


ब्रीडिंग चेकिंग तेज करें.


डॉ हर्षवर्धन ने बैठक के बाद कहा कि उन्होंने दिल्ली और आसपास के इलाके में इस मौसम में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी के लिए तैयारियों का जायजा लिया. वहीं सभी अस्पतालों को साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि वो इसको लेकर सभी तैयारी समय रहते पूरा करें. इसके अलावा इसकी रोकथाम के लिए पहले से प्रचार प्रसार पर ध्यान दें. वहीं दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले साल डेंगू को बहुत हद तक रोकने में हम कामयाब हुए थे. इस साल भी इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली है.


इस साल अब तक 91 डेंगू के मामले सामने आ चुके जिसमें 22 डेंगू के मामले दिल्ली के हैं. बाकी मामले दिल्ली से बाहर के हैं. पिछले साल दिल्ली में डेंगू के 6364 मामले सामने आए थे. वहीं मलेरिया के 92 मामले सामने आए हैं जिसमें 44 मामले दिल्ली के हैं. पिछले साल मलेरिया के कुल 894 मामले सामने आए थे. इसी तरह इस साल चिकनगुनिया के 26 मामलों की पुष्टि हुई.