अहमदाबाद:  गुजरात चुनाव की धुरी बन चुके पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. साथ ही हार्दिक पटेल ने कहा कि उन्हें आरक्षण पर कांग्रेस का फॉर्मूला मंजूर है. हार्दिक के मुताबिक कांग्रेस ने कहा है कि सरकार बनने के बाद आरक्षण को लेकर प्रस्ताव पास किया जाएगा. हार्दिक ने कहा कि मुझे कांग्रेस का एजेंट कहा जाता है लेकिन मैं कांग्रेस का नहीं जनता एजेंट हूं.


सत्ता में आने के बाद प्रस्ताव पास करेगी कांग्रेस
हार्दिक पटेल ने कहा, ''पाटीदार आरक्षण आंदोलन की मांगों को कांग्रेस ने मांना है. कांग्रेस ने कहा है कि वो सत्ता में आने के बाद संविधान के मुताबिक प्रस्ताव पास करेगी. कांग्रेस ने पाटीदारों को सेक्शन 31 और सेक्शन 46 के प्रावधान के तहत आरक्षण देने का आश्वासन दिया है. " हार्दिक ने कहा कि पाटीदारों को 50% से ज्यादा आरक्षण दिया जा सकता है. हमें कांग्रेस का फॉर्मूला मंजूर है. उन्होंने कहा कांग्रेस को घोषणापत्र में आरक्षण का पूरा फॉर्मूला पूरे सॉल्यूशन के साथ शामिल करना होगा.


बीजेपी के पास बात सुनने की नीयत नहीं थी
हार्दिक पटेल ने कहा, "हमारी मांगे सिर्फ पाटीदार समाज के लिए नहीं हैं हमने बीजेपी से समाज के अन्य वर्गों के लिए भी बात की थी लेकिन उनकी नीयत ही नहीं थी. कांग्रेस पार्टी ने हमारी बात सुनी है.''


OBC कमीशन के साथ मिलकर सर्वे हो, सब साफ हो जाएगा
हार्दिक पटेल ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने सर्वे की बात कही है, मैं भी यही कहता हूं कि सर्वे होना चाहिए. लोग कहते हैं कि पाटीदार समाज समृद्ध है लकिन सर्वे के बाद ही स्थिति साफ होगी, मैं सही कह रहा हूं या आप सही कह रहे हैं.''


मैंने कांग्रेस से टिकट नहीं मांगा, बीजेपी के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
हार्दिक पटेल ने कहा, ''बीजेपी के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, बीजेपी से हमारी दुश्मनी नहीं है लेकिन देश आजाद होने के बाद हर किसी को अधिकार है कि वो अपने हक की लड़ाई लड़ सके. मैं कांग्रेस के समर्थन और प्रचार की वकालत नहीं करता. मैं सौदेबाजी के खिलाफ हूं. मैंने कांग्रेस से अपने युवकों के लिए टिकट नहीं मांगा, हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि अगर टिकट मिले तो पाटीदार युवक भी चुनाव लड़ें. टिकट के लिए कभी सौदेबाजी नहीं की.''


वोट डायवर्ट कराने के लिए बीजेपी ने खर्च किए 200 करोड़
हार्दिक पटेल ने कहा, ''पाटीदारों के वोटों को डायवर्ट करने के लिए बीजेपी ने 200 करोड़ रुपये खर्च करके निर्दलीय उम्मीदवारों को खड़ा किया है. मैं पाटीदार समाज से अपील करता हूं कि वो निर्दलीय उम्मीदवारों को वोट ना दें.''



बीजेपी ने युवाओं पर किया अत्याचार
हार्दिक पटेल ने कहा, ''मैं बीजेपी की सरकार ने युवाओं पर अत्याचार किया, मैं ढाई साल तक किसी पार्टी को ज्वाइन नहीं करूंगा, हमारा आंदोलन जारी रहेगा. लोग कहते हैं कि मैं बिकने वाला हूं लेकिन अगर बिकने वाला होता तो जेल में ही बिक जाता. मेरी लड़ाई जारी रहेगी.''


हमारे कन्वीनरों को खरीदने कोशिश हो रही है
हार्दिक पटेल ने कहा, ''गुजरात में अलग अलग जगहों पर कन्वीनरों को खरीदने का काम हो रहा है. गुजरात में बीजेपी चुनाव हार रही है इसलिए पैसा बहा रही है. जनता बीजेपी के कार्यक्रमों में नहीं आती. गुजरात विकास मॉडल के नाम पर झूठा प्रचार किया जा रहा है. गुजरात के गांव में गरीबी और बेरोजगारी है. ''


कैसे मिल सकता है 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण?
हार्दिक पटेल भले ही 50% आरक्षण की मांग कर रहे हों लेकिन यह इतना आसान काम नहीं है. आरक्षण की तय सीमा यानी 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण तभी दिया जा सकता है जब पटेलों को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के कानून को संविधान की नौवीं अनुसूची में डलवा दिया जाए. ये काम सिर्फ केंद्र सरकार ही कर सकती है, यानी सत्ता मिलने पर भी कांग्रेस फिलहाल ऐसा नहीं कर सकती और केंद्र की मुश्किल ये है कि अगर वो किसी एक समुदाय के लिए ऐसा करेगी तो जगह जगह ऐसी मांगें उठने लगेंगी. जानें- देश में क्या है आरक्षण की मौजूदा व्यवस्था?


हार्दिक ने वीडियो जारी कर किया झगड़े का बचाव
हार्दिक पटेल ने पाटीदार नेताओं में मचे झगड़े को लेकर वीडियो ट्वीट किया है. वीडियो में दिख रहा युवक कह रहा है, ''अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में जाता है तो ठाकोर समाज में कोई भी उसका विरोध नहीं करता. जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस नेताओं से मिलते हैं, उनका विरोध नहीं होता. हार्दिक पाटीदारों के हक के लिए कांग्रेस से मिलता है तो अपने ही समाज के कुछ लोग विरोध करते हैं...शर्म आनी चाहिए.'' कांग्रेस की लिस्ट आने के बाद पाटीदार अनामत आंदोलन समिति में घमासान मच गया है जिसकी वजह से हार्दिक को ये वीडियो जारी करना पड़ा.


हार्दिक के पास सिर्फ चार-पांच भरोसेमंद: सूत्र
पाटीदारों के हंगामे पर हार्दिक की चुप्पी को लेकर पाटीदार समाज के ही कुछ नेता हार्दिक पर सवाल उठा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो हार्दिक पटेल के साथ सिर्फ 4-5 भरोसेमंद लोग ही बचे हैं. इनमें धोराजी से कांग्रेस उम्मीदवार ललित वसोया, सूरत से संयोजक अल्पेश कथारिया, मेहसाणा से संयोजक नरेंद्र पटेल और बोटाद संयोजक दिलीप साबवा शामिल हैं.