नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में IIT मद्रास ने बड़ी पहल की है. उसने संक्रमण का पता लगाने के लिए हाथ में पहनने वाला बैंड बनाया है. दावा है कि इसको पहनकर बिल्कुल शरुआती स्तर पर संक्रमण की जानकारी हासिल की जा सकेगी. बैंड के अगले माह तक बाजार में आने की उम्मीद है.

कोरोना के खिलाफ जंग में IIT की पहल

IIT मद्रास में स्टार्ट अप ‘म्यूज वियरेबेल्स’ की शुरुआत पूर्व छात्रों के एक समूह ने NIT वारंगल के पूर्व छात्रों के साथ मिल कर की है. हाथ के ट्रैकर में शरीर के तापमान को मापने, हृदय गति तथा एसपीओ 2 (ब्लड ऑक्सीजन सघनता) को जांचने के लिए सेंसर लगाए गए हैं. उसकी मदद से संक्रमण के शुरुआती स्तर में ही पता लगाया जा सकता है. ट्रैकर ब्लूटूथ से चलेगा और इसे म्यूज हेल्थ ऐप के जरिए मोबाइल फोन से जोड़ा जा सकता है. उपयोगकर्ता के शरीर से जुड़ी  अन्य गतिविधियों की जानकारी फोन और सर्वर में इकट्ठा हो जाएगी. उपयोगकर्ता अगर किसी निरुद्ध क्षेत्र में जाता है तो आरोग्य सेतु ऐप के जरिए उसे संदेश मिल जाएगा.

संक्रमण का पता लगाने के लिए बनाया बैंड

IIT मद्रास के पूर्व छात्र केएलएनसाई प्रशांत ने बताया, ‘‘हमारा इस साल दो लाख उत्पाद की ब्रिकी का लक्ष्य है और 2020 तक पूरी दुनिया में 10 लाख ट्रैकर बेचने जा रहे हैं. निवेशकों को हमारे स्टार्टअप पर भरोसा है और उन्हें लगता है कि हम उपभोक्ता तकनीक जगत में भारी बदलाव ला सकते हैं. इस तरह हम 22 करोड़ रुपए इकट्टा करने में सफल हो गए हैं. ट्रैकर की कीमत 35 सौ रुपए रखी गई है. इसको 70 देशों में अगस्त तक लांच कर दिया जाएगा." NIT वारंगल के प्रत्यूषा ने कहा, ‘‘हमारा मुख्य उद्देश्य ऐसे मरीजों की पहचान में मदद करना है जिन्हें कोविड निमोनिया होने के खतरे के मद्देनजर उनका प्रभावी तरीके से इलाज किया जा सके.’’

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