Gyanvapi Row: ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के वजूखाने में शिवलिंग (Shivling) मिलने के बाद संतों में वहां जाने की होड़ मची दिख रही है. ये मामला कोर्ट में चल रहा है और कानून व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने वहां किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में आज शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद (Avimukteshwaranand) वजूखाने ने ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की पूजा करने का निर्णय लिया है. बताया जा रहा है कि वो अकेले नहीं बल्कि अपने साथ श्रीविद्यामठ से 71 लोगों को लेकर जाएंगे.

अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि शनिवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए अच्छा दिन है. उन्होंने बताया कि, वो सुबह 8:30 बजे पूजा के 64 उपचार पूजन सामग्री लेकर पांच ब्राह्मणों के साथ सुबह 9 बजे तक वहां पहुंच जाएंगे और पूजा कर 10 बजे तक वहां से लौट जाएंगे. उन्होंने कहा, देवता को भूखा प्यासा कैसे रखा जा सकता है? इसके पहले भी अयोध्या का मामला कोर्ट में चल रहा था और वहां भगवान का पूजा पाठ हो रहा था, तो यहां ज्ञानवापी में क्यों नहीं?

आदेश का नहीं किया पालन तो होगी सख्त कार्रवाई- प्रशासन

वहीं अविमुक्तेश्वरानंद के इस पूजा करने की जिद से पुलिस महकमे को चिंता में डाल दिया है. प्रशासन ने अपने आदेश में और जोर डालते हुए कहा कि वहां किसी भी संत को पूजा करने की इजाजत नहीं है. ये संत समाज जहां जाने और पूजा करने की जिद कर रहा है उसे कोर्ट के आदेश के बाद सील कर दिया गया है. ऐसे में पूजा की अनुमति नहीं दी जा सकती. प्रशासन की ओर से ये भी कहा गया कि अगर अगर कोई आदेश का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

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