गुरुग्राम: प्रद्युम्न मर्डर केस में अब भी ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब मिलना बाकी है. दरअसल हत्या के आरोपी कंडक्टर ने जो दावे किए हैं. धीरे-धीरे उन पर सवालिया निशान लग रहा है.  आठ सितंबर को रायन इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी गई थी. इस घिनौनी वारदात ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.


घटना के बाद गिरफ्तार किए गए बस कंडक्टर से जब एबीपी न्यूज़ ने सवाल किया कि आपके पास चाकू कहां से आया? क्या आप अपने साथ चाकू लेकर चलते हैं. उसने कहा, ''नहीं जी बस में बहुत दिनों से बहुत पुराना चाकू पड़ा था. चाकू को धोने के लिए मैं बाथरुम में आया था. सोचा था चाकू को लेकर घर चला जाउंगा. वहां काम आ जाएगा.''

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मासूम प्रद्युम्न की हत्या के आरोपी बस कंडक्टर का ये बयान हत्या के कुछ घंटों बाद का ही है. जिसमें कंडक्टर कह रहा है कि बस में कई दिनों से पड़े चाकू से ही उसने प्रद्युम्न का गला रेता था. लेकिन जिस बस का आरोपी अशोक कंडक्टर है. उसी बस के ड्राइवर ने कहा है कि बस में चाकू नहीं रखा था.

यहां एक बात और है जो पुलिस थ्योरी पर सवाल उठाती है. हत्या का आरोपी अशोक जहां चाकू को पुराना बता रहा था. वहीं पुलिस ने नया चाकू मीडिया के सामने रखा था. आखिर नए-पुराने चाकू का चक्कर क्या है ?

तमाम सवालों के बीच प्रद्युम्न को जल्द इंसाफ के लिए गुरुग्राम में हर रोज कैंडल मार्च निकाला जा रहा है. सैंकड़ों लोग इस कैंडल मार्च में शामिल होते हैं. प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि इंसाफ के लिए आवाज उठाए, लेकिन हिंसा न हो.

प्रद्युम्न मामले की जांच कर रही पुलिस ने दावा किया है कि स्कूल मैनेजमेंट ने सबूतों से छेड़छाड़ की थी. पुलिस स्कूल मैनेजमेंट के टॉप लेवर के अधिकारी और मालिकों पर भी कार्रवाई कर सकती है. हालांकि हरियाणा डीजीपी ने कहा है कि परिवार अगर चाहे तो जांच सीबीआई को सौंप दी जाएगी.