Gurmeet Ram Rahim Singh Case: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 40 दिन की पैरोल मिलने को लेकर बीजेपी की खट्टर सरकार से सवाल किए जा रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी में पूरे मामले को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है. इसको लेकर सीएम मनोहर लाल खट्टर और जेल मंत्री का जवाब आया है. 


हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि राम रहीम (डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह) को पैरोल मिली है, लेकिन अगर पैरोल मिली है तो कोई प्रक्रिया के अंतर्गत मिली होगी और उसमें उनका अधिकार होगा. मैं इसमें दखल नहीं दूंगा. 


'साधारण कैदी है'


जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि गुरमीत राम रहीम सिंह साधारण कैदी है. वे पहले भी कई बार पैरोल पर जा चुके हैं. ये उनका अपना अधिकार है. हर कैदी को कुछ समय बाद पैरोल पर जाने का अधिकार होता है. उन्हें हम पैरोल नहीं देते, सक्षम अधिकारी देते हैं.


वहीं इस पर दिल्ली महिला आयोग प्रमुख स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, ''बलात्कारी हत्यारे राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल दे दी गई है. बेशर्मी की सारी हदें पार हो चुकी हैं. देशवासी अपनी बेटियों को बचाएं, बलात्कारी आजाद घूमेंगे.''






फिर मिली पैरोल 


गुरमीत राम रहीम सिंह को तीन महीने पहले भी 40 दिन की पैरोल दी गई थी. डेरा प्रमुख की आखिरी 40 दिन की पैरोल पिछले साल 25 नवंबर को खत्म हुई थी. वह 14 अक्टूबर को रिहा होने के बाद उत्तर प्रदेश में अपने बरनावा आश्रम गया था. 


कांग्रेस ने क्या कहा?


कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि गुरमीत राम रहीम आरोपी नहीं, बलात्कार के दोषी हैं. उपचुनाव में बीजेपी की मदद के लिए अक्टूबर 2022 में 40 दिन की पैरोल मिली थी अब फिर 40 दिन की पैरोल पर बाहर. जेल गए हैं या छुट्टी मनाने? इतनी भाजपाई बेशर्मी कैसे सम्भव? क्या सच में लोगों को फर्क नहीं पड़ता? इतना सड़ चुका है समाज?


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