Suicide Cases in Gujarat: गुजरात में प‍िछले 3 वर्षों में सुसाइड करने वालों का आंकड़ा 25 हजार से ज्‍यादा र‍िकॉर्ड क‍िया गया है. इसमें जान गंवाने वालों में करीब 500 छात्र शाम‍िल रहे हैं. गुजरात व‍िधानसभा में बीजेपी सरकार की ओर से प्रस्‍तुत क‍िए गए इन आंकड़ों पर कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मल्‍ल‍िकार्जुन खरगे की कड़ी प्रत‍िक्र‍िया आई है. 


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक, कांग्रेस अध्‍यक्ष खरगे ने गुजरात सरकार की ओर से पेश क‍िए गए इन आत्‍महत्‍या के आंकड़ों को बेहद ही चौंकाने वाला करार द‍िया है. साथ ही इस पर गहरी च‍िंता और न‍िराशा व्‍यक्‍त की है. उन्‍होंने यह भी कहा क‍ि राज्‍य में सुसाइड रेट का जो खुलासा हुआ वो बहुत ही च‍ितांजनक है. 


'शासन की भयावह वास्‍तव‍िकता को उजागर करने वाले आंकड़े' 


मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सुसाइड के ये आंकड़े बीजेपी सरकार के शासन की भयावह वास्‍तव‍िकता को उजागर करते हैं. इस मामले पर कांग्रेस अध्‍यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी न‍िशाना साधते हुए कहा कि उनके गृह राज्‍य की इस गंभीर मानवीय त्रासदी पर उनकी चुप्‍पी बहरा कर देने वाली है.


'त्रासदी को रोकने को ठोस कार्रवाई की सख्‍त जरूरत नहीं की महसूस' 


कांग्रेस अध्‍यक्ष खरगे ने यह भी कहा कि राज्‍य के मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी इस संकट को स्‍वीकार कर रहे हैं जोक‍ि न‍िंदनीय है. सरकार इस सकंट को रोकने और इस त्रासदी को रोकने के ल‍िए कोई ठोस कार्रवाई की सख्‍त जरूरत महसूस नहीं कर रही है. इस तरह के आंकड़े शासन की बड़ी व‍िफलता को दर्शाते हैं. 






कांग्रेस व‍िधायक के सवाल पर द‍िया था सीएम पटेल ने सदन में जवाब


गुजरात सरकार की ओर से सोमवार (26 फरवरी, 2024) को विधानसभा को अवगत कराया था. कांग्रेस सदस्य इमरान खेड़ावाला के एक सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बताया था क‍ि वित्त वर्ष 2020-21 में 8,307 लोगों ने आत्महत्या कर ली जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में 8,614 और 2022-23 में 8,557 लोगों ने आत्महत्या की.


गृह विभाग का भी जिम्मा संभाल रहे सीएम पटेल ने कहा कि सुसाइड के सबसे ज्यादा (3,280) मामले अहमदाबाद शहर में दर्ज किए गए, जबकि सूरत स‍िटी में 2,862 और राजकोट में 1,287 मामले दर्ज किए गए.  


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