देश भर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच कोरोना को लेकर एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. ताजा खुलासा इस बात को लेकर हुआ है कि अगर आप एंटीजन और आरटी-पीसीआर कोरोना टेस्ट में निगेटिव हैं तो भी आप कोरोना से प्रभावित हो सकते हैं. डॉक्टरों को तब इस संबंध में तब पता चला जब मरीजों के फेफड़े सिटी स्कैन में प्रभावित दिखे. जांच में पता चला कि मरीजों ने कोरोना संक्रमण का एंटीजन और आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया था और उसमें वह निगेटिव निकले थे.


मामला सामने आने के बाद वडोदरा नगर निगम के लिए समस्या इतनी विकट हो गई है कि एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा है कि कुछ लोगों में कोरोना के लक्ष्ण नहीं हैं, जांच पड़ताल में मरीज निगेटिव पाया जाता है लेकिन ऐसे मरीजों को बीमा कंपनियां कोरोना के मरीज समझें.


वडोदरा नगर निगम का आदेश


महामारी रोग अधिनियम के तहत जारी वडोदरा नगर निगम के आदेश के मुताबिक, ''उन मामलों में जहां आरटी-पीसीआर जांच निगेटिव है और उच्च-रिज़ॉल्यूशन गणना टोमोग्राफी (HRCT) जांच में फेफड़े प्रभावित दिखते हैं तो उसे अंतिम रिपोर्ट न आने तक कोरोना के मरीज समझें.''


इस संबंध में प्राइवेट हॉस्पिटल संघ सेतु के डॉक्टर क्रुतेश शाह ने बताया, ''मैं ऐसे कई मरिजों को देख चुका हूं जो कि आरटी-पीसीआर जांच में निगेटिव होते हैं लेकिन उनके फेफड़े प्रभावित होते हैं. फेफड़ों के बारे में रेडियोलॉजिकल परीक्षणों से पता चला है कि ऐसे लोगों को इलाज की जरूरत है.''


क्या कहते हैं संक्रामक रोग विशेषज्ञ


संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ हितेन करलिया कहते हैं कि मैंने कोरोना संदिग्धों को आरटी-पीसीआर टेस्ट और एचआरसीटी चेस्ट को लेकर सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं. अब रोगियों को कोरोना टेस्ट के बाद जल्द ही सिटी स्कैन से गुजरना होगा.


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