BJP Won Gujarat Elections: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 156 सीट पर कमल खिलाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की और बड़े अंतर से अच्छी-खासी संख्या में सीट हासिल कर रिकॉर्ड भी तोड़ा. घाटलोडिया और चोरयासी दो सीट पर जीत का अंतर दो लाख के करीब रहा. घाटलोडिया से लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए जीतने वाले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 1.92 लाख से अधिक मतों से हराया. आठ सीट पर बीजेपी उम्मीदवारों की जीत का अंतर एक लाख से डेढ़ लाख वोट के बीच रहा.


गुजरात में आरक्षण आंदोलन की पृष्ठभूमि में 2017 के विधानसभा चुनाव में पाटीदार समुदाय के एक वर्ग ने बीजेपी के खिलाफ मतदान किया था. इस चुनाव में इस समूह के मतदाता इस चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी की ओर लौट आया है.


AAP को नहीं मिला पाटीदारों का साथ


सौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस ने 2017 में मोरबी, टंकारा, धोराजी और अमरेली की पाटीदार बहुल सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि ये सभी विधानसभा क्षेत्र इस बार बीजेपी की झोली में गए. पाटीदार बहुल सूरत में जहां आम आदमी पार्टी (AAP) कुछ सीट हासिल करने के लिए समुदाय पर निर्भर थी लेकिन पाटीदारों ने बड़े पैमाने पर सत्ताधारी दल का समर्थन किया.


बीजेपी पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को कांग्रेस (Congress) से अपने पाले में लाई. उन्हें वीरमगाम विधानसभा सीट से मैदान में उतारा, जहां से उन्होंने भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की.
 
NOTA वोट का चयन भी जनता ने किया
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 5,01,202 या 1.5 प्रतिशत वोट नोटा के थे. जो 2017 के विधानसभा चुनावों में 5,51,594 से कम हैं. खेड़ब्रह्मा सीट पर सबसे ज्यादा 7,331 नोटा वोट पड़े, उसके बाद दांता में 5,213 और छोटा उदयपुर में 5,093 वोट पड़े. वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव में नोटा को भी लोगों ने चयन कर वोट पड़े नोटा वोट की हिस्सेदारी 2017 की तुलना में नौ प्रतिशत से अधिक घट गई है.


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