अहमदाबाद/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में प्रधानमंत्री मोदी गुजराती भाषा में एक सामान्य से बीजेपी वर्कर से बातचीत कर रहे हैं. बातचीत में प्रधानमंत्री पहले तो दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं और कांग्रेस पार्टी को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब भी देते हैं. इस ऑडियो को लेकर लोगों के मन में सवाल उठ रहे थे. एबीपी न्यूज़ ने इस वीडियो की पड़ताल की और इसका सच पता लगाया. एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में यह ऑडियो सच साबित हुआ. दरअसल दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय से वडोदरा के बीजेपी कार्यकर्ता गोपाल गोहिल को फोन आया था. इसी दौरान प्रधानमंत्री ने गोपाल गोहिल से बात की और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं. आपको ऑडियो के सारे टेक्स्ट बताएंगे, उससे पहले जानें कौन हैं गोपाल गोहिल. कौन हैं गोपाल गोहिल? गोपाल गोहिल पिछले पंद्रह सालों से बीजेपी से जुड़े हैं. वडोदरा में उनकी स्टेशनरी और जेरॉक्स की दुकान है. उनकी पत्नी रूबल भी दुकाल का काम काज देखतीं हैं. दिवाली के दिन प्रधानमंत्री ने उनके बात की. गोपाल गोहिल और उनकी पत्नी कभी प्रधानमंत्री से मिले तो नहीं लेकिन एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. ऑडियो में क्या बातचीत हो रही है? गोपाल गोहिल: हैलो पीएम मोदी: हैलो गोपाल गोहिल: हां साहेब नमस्कार पीएम मोदी: नमस्ते गोपाल भाई, कैसे हैं? गोपाल गोहिल: बहुत मजे में हैं साहेब, हैप्पी दिवाली पीएम मोदी: आप भी पहले मेरी तरफ से दिवाली की शुभकामनाएं लो गोपाल गोहिल: संस्कार की नगरी वडोदरा के सभी नागरिकों की तरफ से आपको हैप्पी दिवाली पीएम मोदी: अरे भाई, वडोदरा का तो मैं ऋणी हूं, वडोदरा ने इतना मान सम्मान दिया. वडोदरा का मैं बहुत आभारी हूं. क्या आपकी अभी भी स्टेशनरी की दुकान है या आप कुछ दूसरा कर रहे हैं. गोपाल गोहिल: मैं और मेरी मिसेज दोनों अब भी अपनी स्टेशनरी की दुकान चला रहे हैं. आप रोड शो में आए थे. पीएम मोदी: हां, हां मुझे पता है, हम जानते हैं गोपाल गोहिल: मेरा प्रश्न ये है कि हाल फिलहाल में गुजरात में जो घटनाएं घट रही हैं और कांग्रेस के कुप्रचार से जन्मी नाकारात्मक मानकिसता से कार्यकर्तओं को बाहर निकालने के लिए क्या कर सकते हैं. पीएम मोदी: जब से जनसंघ का जन्म हुआ है, तब से अपने नसीब में गालियां खाना ही लिखा है (तब गोपाल हंस पड़ते हैं), हम ये झूठ और गालियां खाकर ही यहां तक पहुंचे हैं, तो इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है.. आप ही बताओ, क्या एक भी ऐसा चुनाव गया जहां ऐसा झूठ फैलते न देखा हो.. गोपाल गोहिल : हां हां सही है पीएम मोदी: मौत का सौदागर कहलाया, याद है न आपको... गोपाल गोहिल: हां याद है पीएम मोदी: हत्यारे, खून से सने हाथ... न जाने क्या क्या बोला गया, लेकिन जनता सच की आवाज़ पहचानती है. पहले ऐसा होता कि अफवाहें कानों कान फैलानी होती थी, लेकिन अब व्हाट्सएप आ गया तो ये झूठ हवा की तरह फैलता है. लेकिन आप इन सारे झूठ और अफवाहों को मन पे न लो. और इन सबपर ध्यान न दो.. सबसे पहले ये करो.. आजकल ऐसा है कि जैसे ही व्हाट्सएप पर कोई जोक आता है, हम उसे बिना पढ़े समझे आगे बढा देते हैं. हम सत्य के मार्ग पर है. हमने जनता के लिए दिनरात एक किया है, खून पसीना एक किया है. इतने साल से भाजपा सत्ता में है, एक आरोप नहीं है. और वो कौन से मुंह से पूछ रहे हमसे... हिम्मत रखकर बोलने की जरूरत है. बिल्कुल इनका झूठ दिमाग में डाले बगैर काम करना है. सच को जनता तक पहुंचाना है. बस इतना करो... परिवार में सब को दिवाली की शुभकामनाएं देना.. गोपाल गोहिल- सर, मेरे साथ ही हैं. महिला की आवाज़- साहब सुबह से आपका इंतजार कर रहे हैं पीएम मोदी: नमस्ते, नमस्ते, अब अगर बडोदरा आया है तो आपकी दुकान से निकलते समय आपको हाथ ऊपर करके दिखाउंगा.. 22 को आउंगा, सब तैयारी करना... गोपाल गोहिल: बस, साहब 150+ आपका टार्गेट, आपकी दिवाली. पीएम मोदी: अपनी क्या, देश की भी वही दिवाली... चलो भैया.. हैप्पी दिवाली