नई दिल्ली: भारत में कोरोना वैक्सीन जब भी आएगी इसको देने के लिए भारत सरकार ने पूरा प्लान तैयार कर लिया है. वैक्सीन आने पर पहले किसको दी जाएगी, कैसे और क्या तैयारी है, इसको लेकर पूरी जानकारी आज स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है. भारत में अब तक कुल तीन दवा कंपनियों ने कोरोना की वैक्सीन के लिए इमरजेंसी यूज़ ऑथराइजेशन के लिए अनुमति मांगी है. जिस पर डीसीजीआई का निर्णय आना बाकी है. लेकिन जब कभी वैक्सीन आएगी तो इसे कैसे, किसे और कब दिया जाएगा, इसको लेकर भारत सरकार ने प्लान तैयार कर लिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इसको लेकर पहले से तैयारी कर ली गई है.


वैक्सीनेशन प्रोग्राम के लिए खास नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन का गठन अगस्त के महीने में कर दिया गया था, जिसकी अध्यक्षता नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वी के पॉल कर रहे हैं. इस कमेटी में एक्सपर्ट, इससे जुड़े हुए मंत्रालय और कुछ राज्य शामिल हैं. एक्सपर्ट ग्रुप वैक्सीन सिलेक्शन, वैक्सीन प्रोक्योरमेंट, इन्वेंटरी और प्राथमिकता तय करेगी. साथ ही वैक्सीन से जुड़े अन्य कामों को भी देखेगी.


सरकार ने वैक्सीन आने पर देने के लिए प्राथमिकता तय कर ली है. इसमें सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें कोई और गंभीर बीमारी है. सरकार के मुताबिक
- करीब एक करोड़ हेल्थ वर्कर हैं, जिसमें सरकारी और प्राइवेट दोनों शामिल हैं. हेल्थ केयर वर्कर यानी डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स जो स्वास्थ्य सेवाओं से सीधे जुड़े हुए हैं.
- इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर हैं, जिनकी संख्या 2 करोड़ है. इसमें राज्य पुलिस, सेंट्रल पुलिस, आर्म्ड फोर्सेस, होम गार्ड, सैनिटेशन वर्कर, सिविल डिफेंस जैसी सेवा देने वाले लोग होंगे.
- वहीं 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें और बीमारी भी है. ऐसे लोगों की संख्या 27 करोड़ के पास है.
- इन सबको एक साथ या एक एक कर के भी वैक्सीन दी जा सकती है. कैसे दिया जाएगा, ये वैक्सीन की उपलब्धता और नंबर पर निर्भर करेगा.


इसको लेकर केंद्र के अलावा राज्यों में अलग अलग स्तर पर कमेटी बन चुकी है. जहां राज्य सरकार की स्टीयरिंग कमेटी में मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव होंगे. इसी तरह डिस्ट्रिक्ट लेवल कमेटी और ब्लॉक कमेटी होंगी. इनकी बैठक चल रही है.



सरकार ने कहा की कोल्ड चेन और वैक्सीन रखने की उपलब्धता तैयार कर ली गई है. इस वक्त 85 हज़ार 634 इक्विपमेंट हैं, जोकि 28 हज़ार 947 पॉइंट्स पर हैं. इसमें 3 करोड़ वैक्सीन की स्टोरेज हो सकती है. इसे और बढ़ाया जा रहा है. वहीं जहां कमी है, वहां राज्य सरकारें ये केंद्र दे रही हैं. वहीं 254 anm वैक्सीनेटर में से 1 लाख 54 हजार को वैक्सीन देने के काम में लिया जाएगा, ताकि बाकी वैक्सिनेशन के काम पर असर ना पड़े.


वहीं इसको लेकर cowin नाम का एप तैयार किया गया है, जिसमें वैक्सिनेशन को लेकर सारी जानकारी होगी. इसमें जिन्हें वैक्सीन लगनी है, उनकी जानकारी राज्य सरकार और कोई खुद भी अपलोड कर सकता है. इसका काम भी शुरू हो चुका है. इस एप से जिन्हें वैक्सीन दी जाएगी, उन्हे कब वैक्सीन दी जाएगी, कब अगला डोज मिलना है और उनको ट्रैक सब चीज होगा.


सरकार के मुताबिक जब भी डीसीजीआई की ओर से वैक्सीन की अनुमति मिलेगी, सरकार वैक्सीन देने का काम शुरू कर देगी. इसकी पूरी तैयारी सरकार की ओर से कर ली गई है. हालांकि कब आएगी वैक्सीन और कौन सी वैक्सीन इस पर अभी कोई जवाब नहीं.


ये भी पढ़ें:


दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी को मिला नया मुकाम, Mount Everest की संशोधित ऊंचाई होगी 8848.86 मीटर 


Covid-19 Vaccine: ब्रिटेन में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू, 90 साल की महिला मरीज को दी गई वैक्सीन की पहली खुराक