First Indian Space Tourist: उद्यमी और पायलट गोपी थोटाकुरा ब्लू ओरिजिन के एनएस-25 मिशन पर एक पर्यटक के रूप में अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय बनने के लिए तैयार हैं. थोटाकुरा को मिशन के लिए छह चालक दल के सदस्यों में से एक के रूप में चुना गया है. इस मिशन के लॉन्चिंग की तारीख की घोषणा होनी अभी बाकी है.


यदि मिशन सफल रहा तो थोटाकुरा अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे. इससे पहले विंग कमांडर राकेश शर्मा अंतरिक्ष पर जा चुके हैं. राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत अंतरिक्ष यान पर सैल्यूट 7 अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. ब्लू ओरिजिन जेफ बेजोस की ओर से स्थापित कंपनी है, जो एमेजॉन के संस्थापक भी हैं.


तेजी से बढ़ रहा स्पेस टूरिज्म


हाल के वर्षों में स्पेस टूरिज्म (अंतरिक्ष पर्यटन) बहुत तेजी से बढ़ा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 में अंतरिक्ष पर्यटन बाजार का मूल्य 848.28 मिलियन डॉलर था. 2032 तक इसके बढ़कर 27,861.99 मिलियन डॉलर होने की उम्मीद है. हालांकि उच्च लागत और पर्यावरणीय चिंताओं जैसी कई चुनौतियां हैं, जो उद्योग के विकास को सीमित कर सकती हैं.


कौन हैं गोपी थोटाकुरा?


ब्लू ओरिजिन की एक प्रेस रिलीज के अनुसार, अमेरिका स्थित एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से स्नातक थोटाकुरा व्यावसायिक रूप से जेट उड़ाते हैं. गोपी एक पायलट और एविएटर हैं, जिन्होंने गाड़ी चलाने से पहले उड़ना सीख लिया. वह प्रिजर्व लाइफ कॉर्प के सह-संस्थापक भी हैं. यह कंपनी हर्ट्सफील्ड-जैक्सन अटलांटा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित समग्र कल्याण और व्यावहारिक स्वास्थ्य के लिए एक वैश्विक केंद्र है. गोपी बुश, एरोबेटिक और सीप्लेन के साथ-साथ ग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारे के भी पायलट हैं. उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट पायलट के रूप में काम किया है. कुछ समय पहले वह माउंट किलिमंजारो के शिखर पर पहुंचे थे.


अंतरिक्ष पर्यटन क्या है?


ऐनी ग्राहम और फ्रेडरिक डोब्रुस्केस की ओर से संपादित पुस्तक 'एयर ट्रांसपोर्ट: ए टूरिज्म पर्सपेक्टिव' के अनुसार, अंतरिक्ष पर्यटन मूलरूप से विमानन क्षेत्र का एक वर्ग है जो पर्यटकों को अंतरिक्ष यात्री बनने और मनोरंजन, अवकाश या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव प्रदान करने का अवसर प्रदान करता है.


अंतरिक्ष पर्यटन के दो मुख्य प्रकार हैं, सब-ऑर्बिटल और ऑर्बिटल. सब-ऑर्बिटल स्पेसक्राफ्ट को कार्मन रेखा से ठीक आगे ले जाता है. यह हमारे सिर से लगभग 100 किलोमीटर ऊपर स्थित है और इसे पृथ्वी के वायुमंडल और बाहरी अंतरिक्ष के बीच की सीमा माना जाता है. यात्रियों को बाहरी अंतरिक्ष में कुछ मिनट बिताने और फिर पृथ्वी पर वापस आने का मौका मिलता है. एनएस-25 मिशन, जिसका थोटाकुरा एक हिस्सा है, एक उप-कक्षीय मिशन है.


दूसरी ओर, ऑर्बिटल स्पेसक्राफ्ट यात्रियों को कार्मन रेखा से कहीं अधिक आगे ले जाता है. आमतौर पर, यात्री लगभग 1.3 मिलियन फीट की ऊंचाई पर कुछ दिनों से लेकर एक सप्ताह से अधिक समय बिता सकते हैं. सितंबर 2021 में स्पेस एक्स का फाल्कन 9 चार यात्रियों को 160 किमी की ऊंचाई पर ले गया जहां उन्होंने पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए तीन दिन बिताए.


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