Ghulam Nabi Azad In Abp Press Conference: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को एबीपी न्यूज के शो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मुद्दों को लेकर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में ये विजिबल ही नहीं हैं. कुछ देर के लिए आएंगे और फिर गायब हो जाएंगे.


गुलाम नबी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी का गेस्ट एपीयरेंस प्रोग्राम है. लीडर लोगों के बीच में रहने वाला होता है. मैं भारत जोड़ो यात्रा के खिलाफ नहीं हूं. मैं सड़क मापने के खिलाफ हूं. सड़क मापने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि राहुल और सोनिया गांधी ने मेरे साथ कभी बुरा बर्ताव नहीं किया है. इसलिए मैं किसी पर निजी टिप्पणी नहीं करूंगा. मुझे उनके काम करने के तरीके पर एतराज है. 


अनुच्छेद 370 पर क्या कहा?


गुलाम नबी आजाद ने अनुच्छेद 370 पर कहा कि एक होता है हकीकत और एक होता है हवा में रहना. एक होता है सपने बनाना और फिर इन सपनों को बेचना. 370 पर कश्मीर में सपने बेच रहे हैं, भ्रम फैलाया जा रहा है. मै साइंस का छात्र रहा हूं, मैंने हमेशा प्रैक्टिकल पॉलिटिक्स की है. इसके लिए दो ही रास्ते हैं- एक संसद का और एक सुप्रीम कोर्ट का. संसद में आपको दो तिहाई बहुमत चाहिए तभी 370 दोबारा मिल सकता है. उन्होंने कहा कि दूसरा रास्ता सुप्रीम कोर्ट का है, लेकिन वहां तीन साल से कोई सुनवाई नहीं हुई है. मैंने वकील से बात कि उन्होंने भी कहा कि अभी कुछ नहीं हो रहा है. अब सच्चाई ये है कि हमारे यहां 3 या 5 महीने में चुनाव हो सकते हैं. हम इस चुनाव में अनुच्छेद 370 को मुद्दा नहीं बनाएंगे, ये हमारे चुनावी एजेंडे में नहीं है. 


भूपेश बघेल के आरोपों का दिया जवाब


छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने गुलाम नबी पर बीजेपी के लिए सॉफ्ट रहने का आरोप लगाते हुए कहा था कि कश्मीर में सभी नेताओं का नजरबंद किया गया था, लेकिन गुलाम नबी को घर में बंद नहीं किया गया. इस पर नबी ने कहा कि भूपेश बघेल की गलती नहीं है वे नए-नए सीएम बने हैं क्योंकि असली सीनियर लीडर तो बम ब्लास्ट में मारे गए थे. चौथी लाइन वाले को पहली लाइन में ला दिया. उन्हें नेशनल और संसदीय का अनुभव बहुत कम है. 


गुलाम नबी ने कहा कि तीन मुख्यमंत्री उस वक्त कश्मीर थे, मैं दिल्ली में था. मैं उस समय जम्मू-कश्मीर में मौजूद ही नहीं था. नेताओं को एहतियात के तौर पर नजरबंद किया गया था ताकि कोई जनता को ना भड़का पाए. उस वक्त संसद का सत्र चल रहा था, मैं दिल्ली में था. अगर मैं कश्मीर में होता तो मुझे भी गिरफ्तार कर लिया जाता. संसद में पीएम मोदी ने आपको लेकर भावुक भाषण दिया था, उसे लेकर भी आरोप लग रहे हैं. इस पर गुलाम नबी ने कहा कि पीएम मोदी कश्मीर की घटना का जिक्र कर रहे थे. मैं लाशों को देखकर रो रहा था. उस वक्त वो भी सीएम थे और मैं भी सीएम था. पीएम मोदी वो तस्वीर याद कर भावुक हो गए थे. 


"सोनिया-राहुल गांधी से ज्यादा विरोध मैंने किया"


गुलाम नबी ने कहा कि ये कहते हैं मैंने पीएम की तारीफ की है. आप कोई भी पिछले वीडियो देख लीजिए मैंने सरकार की नीतियों की निंदा की है. विपक्ष के नेता के तौर पर हमेशा पीएम की आंखों में आंखें डालकर सरकार की नीतियों की निंदा की. सोनिया और राहुल गांधी से ज्यादा विरोध मैंने किया है. ये कभी भी लोकसभा में सरकार के खिलाफ 5 मिनट से ज्यादा नहीं बोले हैं और फिर जाकर पीएम मोदी के गले भी मिले थे, मैं तो गले नहीं मिला. फिर उन्होंने आंख भी मारी, मतलब सब झूठ था. गले मिलना और गालियां देना सब झूठ था. 


'कांग्रेस में सुधार की काफी कोशिश की"


पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस में सुधार की काफी कोशिश की थी. मैंने निजी तौर पर भी सोनिया गांधी को कई पत्र लिखे थे. इनके बारे में मैंने कभी नहीं बताया और जो इन पत्रों का जवाब आया, उसके बारे में भी कुछ नहीं कहा. उस वक्त 23 नेता मेरे घर में थे जिन्होंने उस पत्र पर साइन किया था जो हमने संयुक्त रूप से लिखा था. हमने उसमें लिखा था कि पार्टी खत्म हो रही है, 23 साल से पार्टी में कोई चुनाव नहीं हुआ है. हमने पार्टी संगठन में चुनावों की मांग की थी. हमने ऐसे अध्यक्ष की मांग की थी जो कमरे में ना रह कर फील्ड में रहे. 


"कांग्रेस में सब चाटुकारिता में लगे हुए"


गुलाम नबी ने कहा कि उस समय वर्चुएल मीटिंग बुलाई गई थी उसमें एक लीडर ने आरोप लगाया कि ये पत्र पीएम मोदी ने लिखा है. मैंने कहा कि मोदी कांग्रेस में चुनाव करवाकर और कांग्रेस को नया अध्यक्ष देकर अपने लिए क्यों कांटें लगाएंगे, ये तो बीजेपी के खिलाफ हो जाएगा ना. मोदी कांग्रेस को मजबूत करने की बात क्यों करेंगे. ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि कांग्रेस की लीडरशिप को कोई चुनौती नहीं दे सकता कि तुम गलत है. कांग्रेस में सब चाटुकारिता में लगे हुए हैं.  


"पीएम मोदी में चुनाव जिताने की काबिलियत"


उन्होंने कहा कि आप (राहुल गांधी) पार्टी के अध्यक्ष रहते हुए अपनी सीट भी हार गए और फिर दक्षिण में अल्पसंख्यक सीट पर जाकर चुनाव लड़ा. मैं पीएम मोदी की तारीफ नहीं करता, लेकिन उनमें चुनाव जिताने की काबिलियत तो है. उन्होंने कहा कि मुझे राज्यसभा की सीट की कोई चिंता नहीं थी. हमने खत 2020 में लिखा था और मेरी राज्यसभा की सदस्यता एक साल बाद 2021 में खत्म हुई थी. जब खत लिखा था तो मुझे पता था कि मेरा पद चला जाएगा, लीडरशिप मुझे हटा देगी. सीट की फिक्र होती तो खत क्यों लिखता. 


"घर में राहुल की फोटो लगाने का मन नहीं किया"


गुलाम नबी ने कहा कि मैंने कांग्रेस के लिए बहुत मेहनत की थी. मैंने कांग्रेस को 8 में 7 राज्य जितवाए थे, जहां भी प्रभारी रहा पार्टी को मजबूत किया. मेरे घर में राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की फोटो लगी हैं, लेकिन मैंने कभी राहुल गांधी की फोटो नहीं लगाई. सोनिया गांधी की कुछ परिवार के साथ की तस्वीरें हैं, लेकिन राहुल की फोटो लगाने का मन नहीं किया. उम्र में बड़े लोगों की फोटो लगाने का मन करता है. राहुल तो उम्र में मुझसे काफी छोटे हैं. वैसे भी फोटो तो लीडर की लगाई जाती है. हमारी लड़ाई कांग्रेस को उठाने की थी और जो सुनते नहीं हैं उन्होंने कांग्रेस को खत्म करने की सुपारी ली है. 


"कांग्रेस बीजेपी की नकल कर रही है"


कांग्रेस सांसद जयराम रमेश आरोप लगाते हैं कि गुलाम नबी पीएम मोदी से प्रभावित हैं. इस पर गुलाम नबी ने कहा कि वो पहले ठीक से राजनीति तो सीख लें, अभी तो वो केवल कंप्यूटर ब्वॉय हैं. बाहर से आए लोगों को हम गंभीरता से नहीं लेते. राहुल गांधी और राजीव गांधी में क्या बड़ा फर्क है, इस पर नबी ने कहा कि राहुल और राजीव गांधी में उतना ही फर्क है जितना जमीन और आसमान में है. बाप-बेटे में तुलना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब सिमट गई है, कांग्रेस का नेता विपक्ष तक नहीं है. कांग्रेस बीजेपी की नकल कर रही है, बीजेपी का संगठन बहुत मजबूत है. सोशल मीडिया से वोट नहीं मिलने वाला है. आपको नकल करनी है तो महात्मा गांधी की करो. 


कब रखेंगे अपनी पार्टी का नाम?


जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य नहीं है, सीएम बने तो आपकी स्थिति सीएम अरविंद केजरीवाल जैसी तो नहीं हो जाएगी. इस पर गुलाम नबी ने कहा कि हमें यूटी स्टेट नहीं चाहिए पूर्ण राज्य चाहिए. राज्य में गर्वनर का दखल नहीं होगा. अगर ऐसा हुआ तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अपनी पार्टी का नाम रखने पर गुलाम नबी ने कहा कि 7 दिन के अंदर पार्टी का नाम रखा जाएगा. आपने अब तक जितने में प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया उनमें से सबसे ज्यादा प्रभावित किसने किया. इस पर गुलाम नबी ने कहा कि मैं सबसे ज्यादा इंदिरा गांधी से प्रभावित हुआ. राजीव गांधी से साथ हमारे बराबरी के रिश्ते थे. 


पीएम मोदी को कौन दे सकता है चुनौती?


पीएम मोदी को कौन चुनौती दे सकता है, नीतीश कुमार या ममता बनर्जी. इस पर गुलाम नबी ने कहा कि जब बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी जीती थी तो मैंने ट्वीट किया था पूर्व की शेरनी ने भारत सरकार को हराया है. ममता बनर्जी पूर्व की शेरनी हैं. 


ज्ञानवापी और मदरसों के सर्वे पर क्या कहा?


क्या ज्ञानवापी जैसे और मामले खुलने चाहिए, इस पर गुलाम नबी ने कहा कि आरएसएस नेता मोहन भागवत ने कहा था कि हर मस्जिद को आप ये कहकर डंप नहीं कर सकते हैं कि वहां मंदिर है. हम उनके इस बयान का स्वागत करते हैं. यूपी में मदरसों के सर्वे के मुद्दे पर गुलाम नबी (Ghulam Nabi Azad) ने कहा कि मुझे सर्वे का तो पता नहीं है, लेकिन राष्ट्र विरोधी तालीम की बात गलत है. उर्दू मजहब के साथ जुड़ी हुई है. सरकारी स्कूल में उर्दू नहीं पढ़ाई जाती. लोग मजबूरी में उर्दू पढ़ने के लिए मदरसे जाते हैं. अगर मदरसे में एंटी-नेशनल तालीम दी जाए तो वो गलत है.  


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