G20 Summit 2023: जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों की खातिरदारी से लेकर उनकी सुरक्षा तक दिल्ली पुलिस ने कोई कमी नहीं आने दी. सभी राष्ट्राध्यक्ष और उनके साथ आए उनके परिवार के लोगों के आने-जाने का पूरा रूट तय था. यानी एयरपोर्ट से लेकर होटल और उसके बाद इन विदेशी मेहमानों का भारत मंडपम तक का पूरा रुट प्लान बना हुआ था, लेकिन इसी दौरान कुछ राष्ट्राध्यक्ष और उनके परिवार लोगों ने दिल्ली में अलग अलग जगहों पर घूमने की डिमांड कर डाली. 


चूंकि ये पहले से तय नहीं था और इन सभी मेहमानों की सुरक्षा का भी सवाल था. लिहाजा इसका जिम्मा दिल्ली पुलिस की ऑपेरशन यूनिट को दिया गया. डीसीपी ऑपेरशन आनंद कुमार मिश्रा ने बताया कि जानकारी मिलते ही पूरे रुट को सिक्योर किया गया और दूसरे जिलों के डीसीपी से बात की गई. जिसको जहां जाना था, वहां उसके पूरी सुरक्षा के साथ ले जाया गया. 


G-20 के प्लान का नहीं था हिस्सा
अधिकारियों ने बताया कि तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष की पत्नी को वसंत कुंज के डीएलएफ मॉल जाना था तो वहीं, अर्जेंटीना के राष्ट्राध्यक्ष को कुतुब मीनार जाना था. इसके अलावा मॉरीशस के राष्ट्राध्यक्ष ने कल्काजी मंदिर जाने की डिमांड कर डाली. ये सब G-20 के प्लान का हिस्सा नही था. 


सुरक्षा में 4000 पुलिसकर्मी तैनात
डीसीपी ऑपरेशन आनंद कुमार मिश्रा ने बताया कि समिट के दौरान 365 पीसीआर वैन लगाई थी, जिनमें करीब 4000 पुलिसकर्मी तैनात थे. इसके अलावा इस दौरान पुलिस को करीब 50 सेंसिटिव पीसीआर कॉल मिली जिनमें से 38 ड्रोन उड़ने की कॉल थी, 1-2 टेररिस्ट से रिलेटेड कॉल, 6-7 बम हॉक्स कॉल थी. सभी कॉल पर पुलिस ने टाइम से रिस्पांस किया. 


डीसीपी पीसीआर की माने तो 110 QRT वैन भी पूरे समिट के दौरान लगाई गई थी, ताकि किसी भी अनहोनी से निपटा जा सके.


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