G20 Sherpa Amitabh Kant: जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद दुनियाभर में भारत की तारीफ हो रही है. इसके पीछे वजह है कि जिन अहम मुद्दों को उठाया गया, उन पर किसी की कोई असहमति नहीं दिखी. नई दिल्ली डिक्लेरेशन को सम्मेलन के पहले दिन समूह के नेताओं की आम सहमति से अपनाया गया था.

Continues below advertisement

समूह में शामिल देशों से तमाम मुद्दों पर हामी भरवाने में भारत के शेरपा ट्रैक की अहम भूमिका रही है. भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने एबीपी न्यूज के साथ विशेष बातचीत में बताया कि शिखर सम्मेलन को लेकर करीब दो सौ घंटे लगातार बैठक हुई और कई लोग कई रात नहीं सोए.

जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने शिखर सम्मेलन को बताया बड़ी सफलता

Continues below advertisement

अमिताभ कांत ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन भारत की बड़ी सफलता है, जिसमें दिखाया गया कि सस्टेनेबिलिटी और डेवलपमेंट एक साथ चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, जलवायु को लेकर एक्शन, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, बहुपक्षीय विकास और विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण और लैंगिक प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

जी20 शेरपा ने कहा, ''रूस और यूक्रेन पर पहली बार इस तरह की सहमती बनी है जब सबने सर्वसम्मति दी है और हमने साफ किया है कि यह लड़ाई का युग नहीं है.''

'हम मेहनत करने वाले जवान हैं'

अमिताभ कांत ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम दिया है वो हमने किया है.'' उन्होंने कहा कि वर्चुअल समिट होगी तो हम मेहनत करने वाले जवान हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार है कि जब विदेश नीति के बारे में जानकारी जनता और आम आदमी तक गई है. 

भारत-मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे को लेकर अमिताभ कांत मे कहा, ''जो ट्रेन यूरोप तक चलाई जानी है, उस पर प्रोजेक्ट बन रहा है. उसके बाद उसके फंड को तैयार किया जाएगा, फिर फैसला होगा कि ट्रेन का परिचालन कैसे होगा.''

कौन होता है जी20 शेरपा और क्या होता है शेरपा ट्रैक?

'शेरपा' शब्द नेपाल के जनजातीय लोगों से लिया गया है, जो पर्वतारोहियों के लिए गाइड का काम करते हैं. जी20 समूह में जितने भी सदस्य देश शामिल हैं, उनके अपने शेरपा होते हैं. जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सालभर दो समानांतर ट्रैक पर बैठकें चलती हैं, जिसमें पहला फाइनेंशियल और दूसरा शेरपा ट्रैक है. 

फाइनेंशियल ट्रैक में देशों के वित्त मंत्री और वहां के सेंट्रल बैंक के गवर्नर बैठकें करते हैं, जबकि शेरपा ट्रैक की बैठकों में सदस्य देशों के शेरपा कॉर्डिनेट करते हुए राजनीतिक और अन्य मुद्दों पर चर्चा करते हैं.

शिखर सम्मेलन के लिए कई सेक्टरों जैसे कि ऊर्जा, व्यापार-निवेश, विकास, रोजगार, पर्यटन, डिजिटल इकोनॉमी आदि सेक्टरों पर आधारित जी20 वर्किंग ग्रुप भी होते हैं. जी20 शेरपा वर्किंग ग्रुप के साथ भी समन्वय बनाते हैं. 

यह भी पढ़ें- G20 Summit: जी20 शिखर सम्मेलन के बाद विदेशी मीडिया ने भारत को लेकर क्या कहा?