Queen Elizabeth-II Death: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सोमवार को ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस के घर पहुंच कर महारानी एलिजाबेथ के निधन पर शोक बुक पर हस्ताक्षर करके अपना शोक व्यक्त किया है. क्वीन एलिजाबेथ-II का निधन बीते गुरुवार की शाम बाल्मोरल कैसल में हुआ था. महारानी 96 साल की थी. महारानी एलिजाबेथ ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली सम्राट थीं.


विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ-II के निधन पर उनके परिवार और यूनाइटेड किंगडम के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने अपने राष्ट्र को समकालीन समय में निर्देशित किया और उन्हें उनकी गर्मजोशी और करुणा के लिए याद किया जाएगा. विदेश मंत्री ने उनके साथ किये हुए मुलाकात के किस्सा साझा करते हुए कहा कि उन्हें भारत के एक सच्चे मित्र और शुभचिंतक के रूप में याद किया जाएगा.

 





देश-विदेश के बड़े नेताओं ने क्या कहा ?
महारानी के निधन पर विश्व के कई बड़े नेताओं ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए उनको खास अंदाज में याद किया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, "उन्होंने एक युग को परिभाषित किया है. उनका शासनकाल एक राजशाही से काफी ज्यादा थी". भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त कहा कि लोग उन्हें हमारे समय के दिग्गज के रूप में याद करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने देश और लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया और सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता को पहचाना.

 

चार्ल्स-III बने नए राजा
महारानी का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को किया जाएगा. इस शोक सभा में दुनिया के कई बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे. किंग चार्ल्स-तृतीय को उनकी मां महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद शनिवार को इंग्लैंड का नया राजा चुन लिया गया है. किंग चार्ल्स फिलिप आर्थर जॉर्ज ने इस दौरान अपनी मां, महारानी एलिजाबेथ--II को श्रद्धांजलि अर्पित की. 14 नवंबर, 1948 को जन्में, किंग चार्ल्स-तृतीय एलिजाबेथ और फिलिप की पहली संतान थे. 19 साल की उम्र में, वह औपचारिक रूप से वेल्स के राजकुमार बने. 

 

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