Farooq Abdullah On Srinagar Terrorist Attack: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को श्रीनगर में हुए हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत पर शोक जताया. उन्होंने साथ ही सरकार से कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में शांति का रास्ता तलाश करने के लिए पाकिस्तान से बातचीत करे. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों को 'अपना अहंकार छोड़कर' वार्ता के लिए आगे आना चाहिए. अब्दुल्ला ने घाटी में आतंकवाद के खात्मे के लिए केंद्र से जम्मू-कश्मीर के लोगों का दिल जीतने की भी अपील की.
अब्दुल्ला ने एक किताब के विमोचन कार्यक्रम से इतर संवाददताओं से बातचीत में हमले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोके जाने की जरूरत है. आतंकवादियों ने संसद पर हुए हमले की 20वीं बरसी पर सोमवार को श्रीनगर के बाहरी हिस्से में जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस पर गोलीबारी की, जिसमें दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए.
उन्होंने कहा, "मैं कहता रहूंगा कि भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए, चाहे आप (मेरी) कितनी भी आलोचना करें. देवेगौड़ा ने भी कोशिश की थी (जब वह प्रधानमंत्री थे). अटल बिहारी वाजपेयी ने भी कोशिश की थी."
बता दें कि श्रीनगर के पंथा चौक इलाके के जेवन में आतंकियों ने शाम के करीब साढ़े पांच बजे पुलिस की बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस बस में सवार 14 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. इसके बाद सभी को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. जहां दो जवानों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
श्रीनगर में हुए आतंकी हमले की जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विस्तृत जानकारी मांगी है और शहीद जवानों के प्रति संवेदना जाहिर की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.