Farmers Protest Highlights: 'गन्ना खरीद मूल्य में 25 रुपये की वृद्धि', किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान
Farmers Protest Highlights:: हरियाणा के बॉर्डर पर जुटे प्रदर्शनकारी किसानों ने फिलहाल दो दिनों के लिए दिल्ली चलो मार्च टाल दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा दो दिन बाद आगे की रणनीति पर फैसला लेगा.
किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने गन्ना खरीद मूल्य में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है. गन्ने के FRP में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. 315 से 340 रुपया क्विंटल हुआ.
हरियाणा के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ा दी गई है. 23 फरवरी तक इंटरनेट बंद करने की तारीख बढ़ाई गई. अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में मोबाइल इंटरनेट और बल्क मैसेजिंग पर पाबंदी लागू है.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि आज पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर सरकार ने हमला किया. उन्होंने कहा कि हमारे लोग (प्रदर्शनकारी किसान) पूरी तरह से शांतिपूर्ण थे.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के 5वें दौर की बैठक के लिए मिले प्रस्ताव पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने ऐलान किया है कि कल और परसों किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार हमारी मांगे नहीं मान रही है. सभी नेताओं से बात कर के परसों शाम को सारी स्थिति स्पष्ट करेंगे. हमने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया है.
केंद्र सरकार की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को पांचवें दौर की बातचीत के लिए निमंत्रण दिया गया है. इससे पहले किसानों और सरकार के बीच हुई 4 दौर की बैठकें बेनतीजा रही हैं. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार (22 फरवरी) को अगली बैठक का ऐलान किया है. इस बैठक में किसान आंदोलन की आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा. साथ ही केंद्र सरकार से बातचीत के मुद्दे पर भी फैसला लिया जाएगा.
दाता सिंह-खनौरी सीमा पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों को चारों तरफ से घेर लिया और मिर्च पाउडर डालकर पराली जलाई, साथ में लाठी-डंडों से पुलिसकर्मियों पर हमला किया और पथराव भी किया. करीब 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. हम प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील करते हैं: हरियाणा पुलिस
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोका गया. किसान दिल्ली की तरफ बढ़ रहे थे. पंढेर ने कहा, ''हमने किसी भी युवक को आगे नहीं भेजा, बल्कि खुद किसान नेता शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़े. जिस तरह से हम पर हमला किया गया वो सब ने देखा. हमने कभी बातचीत से इनकार नहीं किया, लेकिन इस तरह के वातावरण में बातचीत नहीं हो सकती.''
हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान हालात बिगड़ने की स्थिति में बहादुरगढ़ में झज्जर पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हम आगे गए, सरकार ने हमें बातचीत का न्यौता दिया. सरकार हमारे खिलाफ प्रचार करती है. उन्होंने कहा कि किसान का दावा है, 23 साल के एक बच्चे की मौत हो गई है. दिल्ली बाद में चले जाएंगे, पहली हमारी जिम्मेदारी उस बच्चे के प्रति है जो शहीद हो गया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ''किसान धरने पर बैठे हैं. किसान एमएसपी की मांग कर रहे हैं. बीजेपी के लोग भारत रत्नों का प्रचार कर रहे हैं तो कम से कम अब बीजेपी के लोगों को किसानों की आय दोगुनी करने के लिए और जब भारत रत्न दिया हो स्वामीनाथन जी को और चौधरी चरण सिंह जी को तो किसानों की भी दुर्दशा ठीक करने के लिए उन्हें फैसला लेना चाहिए. एमएसपी और किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी, उन्हें बताना चाहिए.''
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसी भी चीज का समाधान, आपसी समझ और संवाद और लगातार बातचीत के माध्यम से किया जा सकता है. कोई भी विषय हो हम उसका समाधान बातचीत के जरिए ढूंढ सकते हैं. हम चर्चा के माध्यम से समाधान कर सकते हैं.
राकेश टिकैत ने कहा कि ये संघर्ष चलेगा. बातचीत से ही समाधान होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हरियाणा में किसानों के ऊपर गोले और बुलेट इस्तेमाल किए जा रहे हैं, उससे पूरे देश में गुस्सा है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार को ललकारते हुए कहा कि या तो सुधर जाए, नहीं तो दिल्ली भी आ सकते हैं. उन्होंने हरियाणा के शंभू बॉर्डर की तुलना पाकिस्तान बॉर्डर से की. लाव-लश्कर के साथ मेरठ कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कील कांटे लगाकर शंभू बॉर्डर के हालात ही ऐसे बना दिए हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि किसान कई फाड़ है, इसका भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि 14 मार्च को दिल्ली की कॉल है, लेकिन उस दिन ट्रैक्टर से नहीं जाएंगे. 26 और 27 फरवरी को हाइवे पर ट्रैक्टर खड़े करके विरोध जताने की को बात थी. उस पर टिकैत ने कहा कि प्रस्ताव एसकेएम को भेज दिया था और कल 40 संगठनों की बैठक है. वहां फाइनल होगा क्या करना है, लेकिन आंदोलन बड़ा होगा.
शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता सरवन सिंह पंढेर से न्यूज एजेंसी एएनआई ने सवाल पूछा कि क्या उन्हें सरकारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक के लिए कोई निमंत्रण मिला है. इस पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "हम जल्द ही पुष्टि करेंगे. हम चर्चा के बाद बातचीत के बारे में सोचेंगे."
शंभू बॉर्डर पर हंगामे के बीच किसानों की बैठक हुई. बैठक अभी खत्म हुई है, इसमें आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. थोड़ी देर बात बैठक फिर से शुरू होगी.
शंभू बॉर्डर पर हंगामा जारी है. दिल्ली कूच करने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं. उधर, केंद्र सरकार ने फिर किसानों को बातचीत का न्योता दिया है. उधर, आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में यूपी में कई जगहों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. मेरठ, गाजियाबाद, शामली, नोएडा सहित कई जगहों पर किसान यूनियन के कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन करते नजर आए.
किसान नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि किसान आंदोलन लंबा चलेगा. उन्होंने कहा, सरकार को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करनी चाहिए. उन्होंने कहा, कल हमारी बैठक है. इसमें हम दिल्ली आंदोलन में शामिल होने पर फैसला लेंगे.
दिल्ली पूर्वी रेंज के एसीपी सागर सिंह कलसी ने कहा- हम गाजीपुर बॉर्डर पर हैं. अभी तक गाजीपुर की तरफ से किसानों के आने का किसी तरह का इनपुट नहीं है. पुलिस की तैनाती की गई है. प्रयास है कि ट्रैफिक सामान्य रहे. इलाके में भी गश्त कर रहे हैं. हम शांतिपूर्ण तरीके से किसानों के साथ बात करने की कोशिश करेंगे. दिल्ली में पूर्व की तरफ सभी 5 बॉर्डर पर ट्रैफिक सामान्य है.
शंभू बॉर्डर पर करीब 10 हजार लोगों की भीड़ जमा है. इनके पास करीब 1200 ट्रैक्टर और ट्रॉली हैं. प्रदर्शनकारियों के पास पुलिस बैरिकेड तोड़ने के लिए 2 प्रो क्लेम मशीन और जेसीबी मशीन है. इन प्रदर्शनकारियों के पास डंडे, पत्थर, आयरन शील्ड और फेस मास्क भी है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बुधवार को कहा कि प्रदर्शनकारी किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे. किसानों के राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ने की योजना के बीच डल्लेवाल ने कहा, ‘हमारा इरादा शांति भंग करने का नहीं है.’ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नीत केन्द्र सरकार पर किसानों की मांगों के संबंध में ‘‘देरी की नीति’’ अपनाने का आरोप लगाया और सरकार से किसानों के पक्ष में फैसला लेने की अपील की.
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि सरकार किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार है. उन्होंने ट्वीट कर कर कहा कि सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे की एमएसपी की मांग, क्रॉप डायवर्सिफिकेशन, पराली का विषय, एफआईआर पर बातचीत के लिए तैयार है. मैं दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं. हमें शांति बनाए रखना जरूरी है.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने किसानों से अपील की है कि वे आगे नहीं पढ़ें. शंभू बॉर्डर पर अभी हंगामा हुआ है. पंढेर ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार एमएसपी की कानूनी गारंटी देती है, तो प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ेंगे. उन्होंने प्रदर्शनकारियों को कहा कि केंद्र सरकार के नुमाएंदे आए थे और उन्होंने फिर से बातचीत की बात कही है.
पंजाब-हरियाणा सीमा के शंभू बॉर्डर पर एक बार फिर से हंगामा मचा है. किसानों ने दिल्ली चलो मार्च का ऐलान किया है, जिसके तहत वे आगे बढ़ रहे हैं. इसे लेकर शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं.
दिल्ली चलो मार्च लेकर निकले सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि हमने फैसला किया है कि कोई भी युवा और किसान आगे नहीं चलेगा. सिर्फ किसान नेता ही आगे चलेंगे. हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ेंगे. ये सब कुछ खत्म हो जाता, अगर सरकार एमएसपी पर कानून बना देती.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि वे पूर्वाह्न 11 बजे दिल्ली की ओर बढ़ना प्रारंभ करेंगे. फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी को लेकर केंद्र के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद, प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो स्थानों से बुधवार को फिर से अपना मार्च शुरू करने के लिए तैयार हैं.
सरकार की तरफ से किसानों को कहा गया है कि किसानों को सुनिश्चित करना होगा कि वह फसल और जमीन की उर्वरकता पर भी ध्यान थे का क्रॉप डायवर्सिफिकेशन पर फोकस करें. सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी किसानों से अपील की कि वह जमीन की उर्वरकता पर ध्यान दें और क्रॉप डायवर्सिफिकेशन पर जोर दें जिससे कि खराब हो रही जमीन की हालत और पानी के गिरते स्तर जैसी समस्या का सामना किया जा सके.
सूत्रों के मुताबिक भले ही किसानों की तरफ से सरकार का प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया गया हो, लेकिन सरकार अभी भी बातचीत के लिए तैयार है. सूत्रों के मुताबिक पिछली बैठक के दौरान सरकार की तरफ अरहर, उड़द और मसूर पर 100% प्रोक्योरमेंट के लिए तैयार होने की बात भी कही गई थी और यह सरकार लिखित में भी देने को तैयार है. इस बैठक के दौरान सरकार की तरफ से कॉटन और बाजरे पर भी एमएसपी देने की हामी भरी गई.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि सरकार को किसानों के हक में फैसला करना चाहिए. हम गुजारिश कर रहे हैं कि हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से दिल्ली जाना चाहते हैं. इसलिए सरकार को बैरिकेड्स हटाने चाहिए. अगर सरकार ऐसा नहीं करना चाहती है तो वह फिर हमारी मांगों को माने.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि सरकार को किसानों के हक में फैसला करना चाहिए. हम गुजारिश कर रहे हैं कि हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से दिल्ली जाना चाहते हैं. इसलिए सरकार को बैरिकेड्स हटाने चाहिए. अगर सरकार ऐसा नहीं करना चाहती है तो वह फिर हमारी मांगों को माने.
किसान नेता पंढेर ने एमएसपी की वजह से सरकार पर बढ़ने वाले बोझ का जिक्र करते हुए कहा है कि सरकार के लिए 1.5 लाख या 2.5 लाख करोड़ रुपये कोई बड़ी बात नहीं है. हम शांतिपूर्ण दिल्ली जाना चाहते हैं. हम हिंसा भी नहीं चाहते हैं और हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन चाहते हैं. अब गेंद सरकार के पाले में है.
किसान नेताओं ने बुधवार (21 फरवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें उन्होंने कहा कि हमने सबकुछ किया है. जब भी हमें बुलावा मिला है, हमने बातचीत की है. अगर केंद्र सरकार आती है और कहती है कि वे एमएसपी की कानूनी कारंटी देने के लिए तैयार हैं, तो हम कुछ कर सकते हैं. हम शांतिपूर्ण रहना चाहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद आगे आना चाहिए और हालात को संभालना चाहिए.
पंजाब राजभवन के एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सीमावर्ती क्षेत्रों का अपना दौरा स्थगित कर दिया है. उन्हें सीमावर्ती जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जाना था.
भारतीय किसान यूनियन (एकता-सिद्धूपुर) के प्रवक्ता गुरदीप सिंह चहल ने कहा कि किसान अपने ट्रैक्टर और ट्रॉलियों के साथ आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि शंभू और खनौरी सीमा प्वाइंट्स पर किसानों का जमावड़ा बढ़ गया है. चहल ने कहा, पंढेर और बीकेयू (सिद्धूपुर) नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल शंभू बॉर्डर पर बुधवार को विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे.
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा, 'मैं किसानों और प्रदर्शन से जुड़े किसान संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील करूंगा. हमें इसे चर्चा से समाधान की ओर आगे ले जाना है. हमें इस मुद्दे पर चर्चा करते रहना चाहिए. हम सभी शांति चाहते हैं और हमें मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए. हमने चर्चा कराने की कोशिश की और कई प्रस्तावों पर चर्चा भी हुई. हमें पता चला है कि किसान प्रस्तावों से संतुष्ट नहीं हैं. लेकिन यह चर्चा जारी रहनी चाहिए और हमें शांतिपूर्ण तरीके से इसका समाधान निकालना चाहिए.'
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि हम खाली हाथ हैं और खाली हाथ से सामना करेंगे. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम धरना कंट्रोल करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद इस मसले को हल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से चाहते हैं कि हमें शांतिपूर्वक दिल्ली जाने दिया जाए. हमारे किसान और मजदूर के ऊपर जुल्म नहीं किया जाए. सरकार खून की प्यासी नहीं बने. हमने वोट देकर नरेंद्र मोदी को पीएम बनाया है. केंद्र हमारी सुनेगा तो शांतिपूर्वक हल होगा.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि हम खाली हाथ हैं और खाली हाथ से सामना करेंगे. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम धरना कंट्रोल करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद इस मसले को हल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से चाहते हैं कि हमें शांतिपूर्वक दिल्ली जाने दिया जाए. हमारे किसान और मजदूर के ऊपर जुल्म नहीं किया जाए. हमने वोट देकर नरेंद्र मोदी को पीएम बनाया है. केंद्र हमारी सुनेगा तो शांतिपूर्वक हल होगा.
उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर के प्रशासन ने कहा है कि सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि दिनांक 21 फरवरी को भारतीय किसान यूनियन ‘टिकैत गुट’ द्वारा अलग-अलग स्थानों से ट्रैक्टर/निजी वाहनों से नॉलेज पार्क मैट्रो स्टेशन पर जमा होकर एक्सपोमार्ट गोलचक्कर, बड़ा गोलचक्कर, शारदा गोलचक्कर, LG गोलचक्कर से मोजर बेयर गोलचक्कर होते हुए कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च प्रस्तावित है.
इन रास्तों से बचकर निकलें-
- गलगोटिया कट से एक्सपोमार्ट गोलचक्कर होकर एलजी की ओर जाने वाला यातायात गलगोटिया कट से परीचौक होकर गन्तव्य की ओर जा सकेगा.
- आईएफएस विला गोलचक्कर से एक्सपोमार्ट गोलचक्कर होकर एलजी की ओर जाने वाला यातायात पी-03 गोलचक्कर से परीचौक होकर गन्तव्य की ओर जा सकेगा.
- एलजी गोलचक्कर से नॉलेज पार्क होकर एक्सपोर्ट गोलचक्कर की ओर आने वाला यातायात एलजी गोलचक्कर से परीचौक होकर गन्तव्य को जा सकेगा.
- सूरजपुर से परीचौक की ओर जाने वाला यातायात सूरजपुर से तिलपता गोलचक्कर होकर 130 मीटर रोड से गन्तव्य को जा सकेगा.
- परीचौक से सूरजपुर की ओर जाने वाला यातायात अल्फा कॉमर्शियल गोलचक्कर से 130 मीटर रोड होकर गन्तव्य को जा सकेगा.
पंजाब में डीजीपी पंजाब ने खनौरी और शंभू बॉर्डर में पंजाब-हरियाणा सीमा की ओर जेसीबी, पोकलेन, टिपर, हाइड्रा और अन्य भारी मिट्टी हटाने वाले उपकरणों की आवाजाही को रोकने का आदेश दिया है. हरियाणा पुलिस ने किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर सील किए गए. पुलिस ने कहा है कि पंजाब जाने के लिए लोग ट्रेन का इस्तेमाल करें.
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर मौजूद किसानों ने दिल्ली कूच करने का फैसला किया है. सरकार के साथ चार दौर की वार्ता के बाद कोई नतीजा नहीं निकला है. यही वजह है कि वह एमएसपी समेत कृषि से जुड़े अन्य मुद्दों को लेकर किसान आज दिल्ली कूच कर रहे हैं.
बैकग्राउंड
Farmers Protest Highlights: किसान आंदोलन 2.0 के बीच पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर फिलहाल किसान डटे हैं. दिल्ली चलो मार्च को दो दिनों के लिए टाल दिया गया है. इस बीच, यूपी के मेरठ में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होनी चाहिए. किसान दिल्ली पहुंचेंगे और आंदोलन लंबा चलेगा.
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा गया है कि केंद्र सरकार की ओर से 5वें दौर की वार्ता के लिए मिले प्रस्ताव पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. वहीं, दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अन्नदाता गरीब हैं और उन्हें फसलों के दाम मिलने चाहिए. किसान जो मांग रहे हैं, उन्हें वह मिलना चाहिए. नीचे, कार्ड सेक्शन में जानिए पल-पल से जुड़े ताजा अपडेट्सः
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