कैथल: विवादास्पद कृषि कानूनों पर जारी आंदोलन को समर्थन देने के लिए हरियाणा के कुछ किसानों ने नया तरीका अपनाया है. आंदोलन के समर्थन में शादी के निमंत्रण पत्र पर 'किसान नहीं तो अन्न नहीं' जैसे नारे और किसान नेता सर छोटू राम की तस्वीर छपवाई जा रही है. ढूंढरेहड़ी गांव के किसान प्रेम सिंह गोयत उन लोगों में से एक हैं.


किसान आंदोलन को समर्थन देने का नया तरीका


उन्होंने अपने बेटे की शादी के निमंत्रण पत्र पर किसान आंदोलन का समर्थन किया है. लोगों को भेजे जानेवाले निमंत्रण पत्र किसान समर्थन में छपे नारे देखे जा सकते हैं. पूछे जाने पर गोयत ने कहा, “इन कानूनों के विरुद्ध हजारों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोग उनके समर्थन में खड़े हैं. मेरे बेटे की 20 फरवरी को शादी होने वाली है. मुझे लगा कि क्यों न हम निमंत्रण पत्र पर सर छोटू राम और शहीद भगत सिंह के चित्र छपवाएं.” प्रिंटिंग प्रेस के मालिक का कहना है कि विवाह के निमंत्रण पत्र पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह का चित्र भी इस्तेमाल किया जा रहा है.


निमंत्रण पत्र पर छपवाए जा रहे चित्र और नारे


 उन्होंने बताया कि किसान परिवार से संबंधित लोग सर छोटू राम और भगत सिंह के चित्र लगाने का अनुरोध कर रहे हैं. इसके पीछे ब्रिटिश शासनकाल के दौरान किसानों को सशक्त करने में उनका अहम योगदान है. आपको बता दें कि किसानों के मसीहा माने जानेवाले सर छोटू राम का जन्म 24 नवंबर 1881 को हुआ था. किसान आंदोलन के समर्थन में विदेशी हस्तियों का मामला भी गर्माया हुआ है. कई जानी मानी हस्तियों ने किसानों के मुद्दे से जुड़ी चिंताएं जाहिर की हैं. उनके बयान पर भारत को फौरन प्रतिक्रिया देनी पड़ी. सरकार समेत बॉलीवुड और क्रिकेट से जुड़े एक वर्ग ने विदेशी प्रोपैगेंडा बताया है.


दिल्ली में आज से खुले 9वीं और 11वीं कक्षा के स्कूल, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने किया दौरा


राज्यसभा में कृषि मंत्री तोमर ने किसानों से पूछा- कृषि कानूनों में 'काला' क्या है? विपक्ष ने किया जमकर हंगामा