नई दिल्लीः फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट को लेकर उठे मौजूदा विवाद के बीच दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सदभाव समिति ने फेसबुक अधिकारियों को समन भेजने की तैयारी की है. खासतौर पर फेसबुक इंडिया को पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास की इस समिति के समक्ष मौजूदगी सुनिश्चित करने को कहा गया है. इस हफ्ते कमेटी आगे की कार्रवाई करने के लिए बैठक बुला सकती है.


भड़काउ पोस्ट पर फेसबुक का नहीं कोई नियंत्रण


दिल्ली सरकार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सदभाव समिति के चेयरमैन राघव चड्ढा को ऐसी कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें आरोप लगाए गए हैं कि भारत में जानबूझ कर फेसबुक द्वारा निहित कारणों से भड़काउ पोस्ट पर रोकथाम नहीं की जा रही है.


शिकायतों में लगाए गए आरोपों पर विचार-विमर्श के बाद समिति ने इस मुद्दे का तत्काल संज्ञान लेने का फैसला किया है और आवश्यक कार्रवाई की शुरूआत कर दी है. शांति एवं सदभाव समिति की ओर से कहा गया है कि अमेरिका के ऑनलाइन न्यूज़ प्लेटफॉर्म वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक आर्टिकल में एक बीजेपी नेता का जिक्र किया गया है, जिनके द्वारा फेसबुक पर कई भड़काउ पोस्ट किए गए थे, लेकिन फेसबुक ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.


दिल्ली दंगों के दौरान फेसबुक अधिकारियों ने नहीं लिया एक्शन


हाल ही में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकर बर्ग ने भी उस बीजेपी नेता द्वारा किए गए पोस्ट का जिक्र किया और कहा कि वह पोस्ट काफी भड़काउ था. इसके बावजूद फेसबुक अधिकारियों पर ऐसे भड़काउ और असामाजिक पोस्ट को जानबूझ कर नजरअंदाज करने के आरोप लगते रहे हैं. इसी के मद्देनजर समिति ने फैसला लिया है कि जल्द से जल्द फेसबुक अधिकारियों के कारण दिल्ली दंगों के दौरान बरती गई उदासीनता और इसके पीछे के मूल कारणों की जांच की जाए.


समिति का दावा है कि जो शिकायतें समिति को भेजी गई हैं उनमें यह आरोप लगाया गया है कि फेसबुक अपनी व्यापक नीतियों और नियमों के बावजूद घृणित और आपत्तिजनक सामग्री के असंतुलित प्रसार पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हुआ है, जो कि न सिर्फ समाज में घृणा पैदा करने वाला है, बल्कि हिंसा और दंगा जैसी घटनाओं को बढ़ावा देने वाला भी है.


फेसबुक अधिकारियों को समन भेजने का फैसला


इन शिकायतों में वॉल स्ट्रीट द्वारा प्रकाशित किए गए ‘फेसबुक हेट स्पीच रूल्स कोलाइड विद इंडियन पॉलिटिक्स’ का हवाला दिया गया है. जिसमें खासतौर पर फेसबुक के उच्च स्तर के एक पब्लिक पॉलिसी निदेशक अंखी दास का जिक्र किया गया है. जिन्होंने बीजेपी के एक नेता द्वारा फेसबुक पर किए गए भड़काउ पोस्ट के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और फेसबुक द्वारा भड़काउ भाषण के खिलाफ बनाई गई पॉलिसी को नजर अंदाज किया.


इसी के मद्देनजर समिति ने फेसबुक अधिकारियों को समन भेजने का फैसला किया गया है. विशेष रूप से अंखी दास, जो फेसबुक की वरिष्ठ अधिकारी हैं, उनकी इस समिति के समक्ष मौजूदगी सुनिश्चित करने को कहा गया है.


दिल्ली विधानसभा की शांति एवं सदभाव समिति का गठन सभी विधायकों के साथ मिलकर दिल्ली में शांति व्यवस्था को बनाए रखने और दिल्ली में रहने वाले सभी समुदायों के बीच सामाजिक समन्वय और शांति बनाए रखते के उद्देश्य से किया गया था. राजेन्द्र नगर विधानसभा के विधायक राघव चड्ढा इस समिति के चेयरमैन हैं.


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