केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रोमानिया और मोल्दोवा से पिछले 7 दिनों में 6,222 भारतीयों को निकाला गया है. छात्रों को बुखारेस्ट (सीमा से 500 किमी) के बजाय सुसेवा (सीमा से 50 किमी) में उड़ानें संचालित करने के लिए लाया गया. अगले 2 दिनों में 1,050 छात्रों को निकाला जाएगा. हमने पिछले 7 दिनों के भीतर रोमानिया से ही अकेले हमने 29 फ्लाइट्स को संचालित किया है.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम यूक्रेन के सूमी में भारतीय छात्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं. हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूस और यूक्रेन की सरकारों पर जोरदार दबाव डाला जा रहा है. हमने सभी भारतीय छात्रों को यूक्रेन में सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए कहा है. सभी छात्र किसी सुरक्षित जगह पर रहें और अनावश्यक जोखिम ना उठाएं. विदेश मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों से लगातार संपर्क में हैं.


युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 183 भारतीयों को लेकर एअर इंडिया एक्सप्रेस की एक निकासी उड़ान शनिवार सुबह हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से मुंबई पहुंची. प्रवक्ता ने बताया कि एअर इंडिया एक्सप्रेस की एक उड़ान शनिवार सुबह 11 बजे 182 वयस्क यात्रियों और एक शिशु के साथ मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरी.


टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया और उसकी अनुषंगी एअर इंडिया एक्सप्रेस 26 फरवरी से लेकर अब तक रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से मुंबई के बीच छह निकासी उड़ानों का संचालन कर चुकी है, जिनके जरिये यूक्रेन में फंसे कुल 1,134 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है. यू्क्रेनी हवाई क्षेत्र 24 फरवरी को रूस का सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से ही बंद है. ऐसे में भारत यूक्रेन के पड़ोसी देशों-रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड से विशेष उड़ानों के जरिये अपने नागरिकों को निकाल रहा है.


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