नई दिल्ली: उत्तर भारत के राज्यों में बीजेपी ने अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है. दक्षिण भारत में बीजेपी अपने पैर पसारने की पूरी कोशिश कर रही है. लेकिन दक्षिण के राज्य अभी भी बीजेपी की पकड़ से दूर हैं. दक्षिण भारत के तीन राज्यों केरल, तमिलनाडु और पुद्दुचेरी में विधानसभा चुनाव नतीजों के रुझान आ चुके हैं. इनमें दो राज्यों तमिलनाडु और केरल में बीजेपी बड़ी हार की ओर है. ऐसे में कहा जा सकता है कि अब भी बीजेपी के लिए दक्षिण दूर है.


बीजेपी के हाथ से निकला तमिलनाडु?
तमिलनाडु में विधानसभा की 234 सीटें हैं. यहां अभी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) की सरकार है और इ पलानीस्वामी मुख्यमंत्री हैं. लेकिन इस बार चुनाव में बीजेपी-एआईएडीएसके गठबंधन के हाथ से तमिलनाडु निकलता दिखाई दे रहा है. तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएसके) 10 सालों से राज्य में शासन कर रही ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) पर बढ़त बनाए हुए है.


तमिलनाडु चुनाव के रुझानों में बीजेपी-एआईएडीएसके गठबंधन महज 91 सीट पर आगे है. जबकि कांग्रेस-डीएमके गठबंधन ने 142 सीटों पर बढ़त बना ली है. राज्य में सरकार बनाने के लिए 118 सीट चाहिए. तमिलनाडु की द्रविड़ राजनीति में इस बार का विधानसभा चुनाव पहला ऐसा मौका था जब जे जयललिता और एम करूणानिधि नहीं थे. पिछले विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक ने इतिहास रचते हुए सत्ता में वापसी की थी.


केरल में भी बीजेपी नाकाम!
केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं. वर्तमान में यहां सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है और पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं. इस बार भी केरल में एलडीएफ ही सरकार बनाने की ओर दिख रही है. एलडीएफ रुझानों में 92 सीटों से आगे है और यूडीएफ के पास 45 सीटों पर बढ़त है. जबकि तीसरे मोर्चे के तौर पर बीजेपी इस बार भी नाकाम है. बीजेपी सिर्फ तीन सीटों पर जीत हासिल करती दिख रही है. केरल में सरकार बनाने के लिए 71 सीटों की आवश्यकता है. वहीं पुदुचेरी में बीजेपी गठबंधन 8 सीटों पर तो कांग्रेस गठबंधन तीन सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. सभी सीटों पर रुझान आना बाकी है.