नई दिल्ली: लोकसभा की खाली पड़ी तीन सीटों और राज्य विधानसभाओं की 12 सीटों के लिए जल्द ही उपचुनाव करवाए जाएंगे. ये उपचुनाव राष्ट्रपति चुनाव से कई महीने पहले करा लिए जाएंगे. राष्ट्रपति चुनाव इस साल के करीब मध्य में होना निर्धारित है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.


इस साल अप्रैल के अंत तक खाली सीटों पर करवा दिया जाएगा चुनाव


निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि उप चुनाव का कार्यक्रम अगले कुछ दिनों में घोषित कर दिया जाएगा और अप्रैल अंत तक सभी खाली सीटें भर दी जाएंगी. लोकसभा में अनंतनाग, श्रीनगर और केरल की मल्लापुरम का प्रतिनिधित्व करने वाली सीटें खाली हैं. अमृतसर संसदीय सीट भी खाली है. लेकिन इसके लिए उपचुनाव चार फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव के साथ करा लिया गया था.


राष्टपति चुनाव में 4120 विधायक और 776 सांसद करेंगे मतदान!


राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचक मण्डल आनुपातिक प्रतिनिधित्व के अनुसार चुनाव करता है जिसमें सांसद और राज्य विधानसभाओं के सदस्य शामिल होते हैं. इस चुनाव में 4120 विधायक और 776 सांसद सहित कुल 4896 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए सक्षम हैं. लोकसभा अध्यक्ष निर्वाचित सदस्य होने के कारण मतदान कर सकते हैं.


कौन नहीं कर सकते हैं राष्ट्रपति चुनाव में मतदान 


निचले सदन में एंग्लो इंडियन समुदाय से निर्वाचित दो सदस्य मतदान नहीं कर सकते. इसी प्रकार राज्य सभा के 12 मनोनीत सदस्य भी चुनाव में मतदान नहीं कर सकते. गौरतलब है कि वर्ष 2012 में राष्ट्रपति पद के लिए 12 जून को चुनाव घोषित किए गये थे और चुनाव 19 जुलाई को हुआ था. राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को शुरू हुआ था. इस बार चुनाव में लोकसभा के महासचिव निर्वाचन अधिकारी होंगे जबकि पिछली बार राज्यसभा के महासचिव निर्वाचन अधिकारी थे.