Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में वृद्धावस्था पेंशन वेरिफिकेशन के लिए लाइन में लगे एक बुजुर्ग की मौत हो गई. व्यक्ति बांदीपोरा जिले के एक समाज कल्याण कार्यालय में मंगलवार (20 दिसंबर) को वृद्धावस्था पेंशन पाने के लिए अपने दस्तावेजों के सत्यापन का इंतजार कर रहा था. अधिकारियों के मुताबिक बुजुर्ग की पहचान बांदीपोरा के मलंगम के रहने वाले सोनउल्लाह भट के तौर पर की गई है. 


सोनउल्लाह भट की मौत के कारणों का तत्काल पता नहीं चल सका है. बताया जाता है कि जम्मू-कश्मीर में हजारों वृद्ध पेंशनर्स को पिछले कई महीनों से अपनी पेंशन को नियमित कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, क्योंकि भुगतान प्रक्रिया को ऑनलाइन मोड में ट्रांसफर कर दिया गया है. राजनीतिक दलों ने प्रशासन से इस मुद्दे पर 'मानवीय दृष्टिकोण' अपनाने का आग्रह किया है.


माकपा नेता ने कहा प्रक्रिया को सरल बनाया जाए


भट की मौत पर चिंता जताते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने पूरी प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग दोहराई. उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत के साथ वृद्धजनों, दिव्यांग व्यक्तियों, विधवाओं, तलाकशुदा, किन्नरों और अन्य जरूरतमंदों और निराश्रित लोगों को होने वाली कठिनाइयों पर निराशा व्यक्त की. माकपा नेता ने भट के परिवार के लिए तत्काल राहत की भी मांग की है.


वृद्धावस्था पेंशन योजना 


समाज कल्याण विभाग गरीब और बेसहारा बुजुर्गों के लिए वृद्धावस्था पेंशन योजना प्रदान करता है. इस योजना के लिए लाभार्थी की उम्र 60 वर्ष या फिर उससे अधिक होनी चाहिए. वृद्धावस्था पेंशन योजना में केंद्र और राज्य, दोनों सरकारें मिलकर योगदान करती हैं. देश के हर राज्य में वृद्धावस्था पेंशन योजना की रकम अलग-अलग है. इस योजना का लाभ केवल वही उन्हीं बुजुर्ग नागरिकों दिया जाता है जो आवेदक गरीबी रेखा के नीचे बीपीएल परिवार से संबंधित होते हैं. 


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