Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता दुर्गेश पाठक को ईडी ने समन भेजा है. समन पर वो केंद्रीय जांच एजेंसी के ऑफिस पहुंच गए हैं और उनसे पूछताछ जारी है.


साथ ही मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार से भी केंद्रीय जांच एजेंसी सवाल कर रही है. पाठक और विभव कुमार से पहले भी दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी पूछताछ कर चुकी है. 


ईडी ऐसे समय पर दुर्गेश पाठक से पूछताछ कर रही जब AAP नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने हाल ही में दावा किय़ा था कि दुर्गेश पाठक को आने वाले दो महीनों में गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि  उन्हें बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया गया है. उनसे कहा गया है कि यदि वह बीजेपी में शामिल नहीं होती हैं तो उन्हें आने वाले दिनों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 


आतिशी ने घोषणा थी कि अगले दो महीनों में उन्हे, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और राघव चड्ढा को गिरफ्तार किया जाएगा. हालांकि, इसको लेकर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा था कि आतिशी ऑफर देने वाले का नाम बताएं. 


दरअसल, दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था और उन्हें फिर कोर्ट ने 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इसके अलावा AAP नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी जेल में बंद हैं. हाल ही में AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को मामले में जमानत मिली है. वहीं ईडी का आरोप है कि दिल्ली शराब नीति बनाने और तैयार करने में गड़बड़ी हुई है. 


ईडी ने क्या दावा किया है?
ईडी ने दिल्ली शराब नीति में हुई गड़बड़ी का मुख्य साजिशकर्ता सीएम अरविंद केजरीवाल को करार दिया है. साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले में AAP के कई बड़े नेता और मंत्री शामिल रहे हैं. 


वहीं AAP का कहना है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई की गई है. बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ये सब राजनीतिक बदले की भावना के तहत कर रही है, लेकिन लोग हमारे साथ हैं. 


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